आरोपियों को फांसी और मकान तोड़ने की मांग
इटारसी। विगत दिनों चार आरोपियों ने शहर के संवेदनशील इलाका नाला मोहल्ले में एक युवक को योगेश मेहरा को चिश्तिया चक्की के पास धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी थी। इस मामले में मृतक योगेश के भाई जितेंद्र की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 302, 34 आईपीसी कि धारा के अंतर्गत थाना में कायमी की गई थी । मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गुरु करण सिंह के निर्देश एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशुतोष मिश्रा एवं अनुविभागीय अधिकारी महेंद्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला द्वारा तत्काल थाने में उपस्थित बल की टीम बनाकर प्रभावी कार्रवाई करते हुए घटना के मांत्र 12 घंटे में ही इस जघन्य हत्याकांड के चारों आरोपियों को अभीरक्षा में लेकर पूछताछ की गई जिसमें आरोपियों ने दो दिन पूर्व मृतक योगेश द्वारा आरोपी सिद्धू की मां के साथ हुएं मामूली विवाद की रंजिश पर 15 दिसंबर की रात लगभग रात 10-11के बीच चिश्तिया चक्की नाला मोहल्ले के पास योगेश को मिलने के लिए बुलाकर चारों आरोपियों ने एक राय से एक खटकेदार चाकू और एक खंजर नुमा चाकू से योगेश पर ताबड़तोड़ हमला कर घायल कर दिया और नाले में धकेल कर भाग गए , इस घटना को पुलिस पुछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया है। उक्त प्रकरण में चारों आरोपी सुल्तान उर्फ टीपू , शुभम उर्फ सब्बू , नईम खान एवं शेख रहीम उर्फ पोता को प्रेम नगर न्यू यार्ड स्थित रेलवे क्वार्टर से गिरफ्तार किया है।
शिब्बू व नेईम के कब्जे से घटना में प्रयोग एक खटकेदार तथा एक खंजर नुमा बड़ा चाकू वह अन्य साक्ष जप्त किये है। टीआइ बुंदेला ने बताया कि आरोपी गण रेलवे स्टेशन इटारसी से अवैध वेंडरीग करना बताया हैं तथा न्यू यार्ड का रेलवे क्वार्टर कब्जा कर वहां से ही ट्रेन में अबैध वैडिंग का धंधा करना बताया है। सभी आरोपियों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।
ज्ञात हो कि नाला मोहल्ला व्यस्ततम एरिया होकर संवेदनशील इलाका माना जाता है यहां पुर्व में पुलिस चौकी कि मांग भी उठाई जा चुकीं हैं इस मोहल्ले में पुर्व में वर्षों में तीन गंभीर हत्याकांड हों चुकी हैं जिसमें मुन्ना नाई,शेहवाज खान, एवं अनूप उर्फ पप्पू लोटा जैसी इत्यादि घटना शामिल हैं।
मृतक योगेश मेहरा के परिवार के साथ सह निवासीयों ने आज नगर में एक विशाल जूलूस निकालकर नगर प्रशासन से मांग की है कि आरोपीयों को फांसी दी जाए एवं इनके मकान तोड़ने की कार्यवाही की जाएं जिससे अपराधियों को सबक़ मिल सकें।
इस मामले में नगर निरीक्षक गौरव सिंह बुंदेला एसआई सुनील गगरी, एस आई रघुवंशी एसआई रजक ,एएस आई संजय रघुवंशी, अनिल ठाकुर ,प्रधान आरक्षक अशोक सिंह, हेमंत तिवारी, ने भगवत सिंह ,शेख अबरार, आरक्षक संगीत ,हरीश, कृष्णा, अविनाशी ,जोशुआ ,रविंद्र ,राजू जाट ,इत्यादि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।