नर्मदापुरम। नर्मदापुरम संभागायुक्त के जी तिवारी सोमवार को विभिन्न ग्रामों में तवा नहर से हो रही सिंचाई व्यवस्था का जायजा लेने के लिए सिवनी मालवा के टेल एरिया के ग्राम मुड़िया खेड़ी एवं नाहरकोला खुर्द पहुंचे। उन्होंने तवा नहर से सिंचाई के लिए दी जाने वाली जल प्रदाय की स्थिति का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किसानों से चर्चा कर टेल एरिया तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचने की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। संभागायुक्त सबसे पहले ग्राम मुंडिया खेड़ी पहुंचे यहां ग्रामीणों ने बताया कि तवा नहर से सिंचाई के लिए अब तक पानी नहीं पहुंच पाया है। पानी केवल रामपुर एवं गडरिया तक आता है। 12 किलोमीटर में से मात्र 7 किलोमीटर तक पानी आता है और 5 किलोमीटर तक में पानी नहीं आता है। गत वर्ष आखरी समय में एक-दो दिन के लिए बहुत मुश्किल से पानी आया था। पानी न पहुंचने के कारण ग्राम पथाडा की भी नहर बंद है। ग्रामीणों ने बताया कि मुड़िया खेड़ी के जो किसान सक्षम है वह किसान ट्यूबवेल से सिंचाई कर रहे हैं लेकिन जो सक्षम नहीं है वह अब तक पानी के इंतजार में बोअनी तक नहीं कर पाए हैं। संभागायुक्त ने बताया कि 8 दिन पूर्व तवा नहर से पानी छोड़ा गया है और टेल एरिया तक पानी नहीं पहुंचा है। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से तत संबंध में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि 22 नवंबर तक पानी पहुंच जाएगा। पहले पानी इसलिए नहीं छोड़ा गया था क्योंकि किसानों के खेत तैयार नहीं थे। ग्रामीणों ने मुड़िया खेड़ी खेड़ी उप नहर को सीमेंटेड करने की मांग की। मौके पर मौजूद किसान मोर्चा के पदाधिकारी श्री शंभू सिंह भाटी, अभिषेक चौहान एवं ग्रामीण मनमोहन पटेल, नरेंद्र सिंह चौहान पथाडा के मनमोहन पटेल एवं नरेंद्र सिंह चौहान ने संभागायुक्त को बताया कि बावरिया माइनर में 7 किलोमीटर तक पानी आया है। 5 किलोमीटर तक पानी आना शेष है। सभी किसानों ने मांग की की बावरिया लाइन माइनर 12 किलोमीटर कच्ची नहर है, उसे पक्की की जाए। सभी ग्रामीणों ने बताया कि बिजली रात्रि 12:00 बजे से सुबह 8:00 बजे तक आ रही है इससे किसानों को रातजगा करना पड़ रहा है। सभी ग्रामीणों ने मांग की कि बिजली प्रातः 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक दी जाए। किसानों ने बताया की बाबरी रोड पर ओवरलोड डंपर चल रहे हैं जिसके कारण सड़क के टूटने का डर बना हुआ है। ओवरलोड डंपर बंद किए जाएं। किसानों ने बताया कि किसानों को खाद के लिए दो बार लाइन में लगना पड़ता है एक टोकन के लिए, एक खाद के लिए, किसानों ने कहा की टोकन के लिए जब लाइन लगती है तभी उन्हें खाद दे दिया जाए, इससे किसानों को अनावश्यक परेशान नहीं होना पड़ेगा। संभागायुक्त ने सभी मांगों को गंभीरता पूर्व सुना एवं बताया कि 22 नवंबर तक बावरिया माइनर के शेष 5 किलोमीटर तक के टेल एरिया में पानी पहुंच जाएगा। बावरिया माइनर को पक्की करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। संभागायुक्त ने कहा की बाबरी रोड पर ओवर लोड डंपर के बारे में जो शासन के नियम है उन्हीं की अनुरूप डंपर चले इसका पालन कराया जाएगा। उन्होंने खाद के लिए किसानों को दो बार लाइन में लगने की बात को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जल्द ही इसका संतोषजनक समाधान किया जाएगा।
मुड़िया खेडी के किसानों ने अवगत कराया की खपरिया ग्राम में उप स्वास्थ्य केंद्र का नया भवन बना है लेकिन डॉक्टर एवं स्टाफ न होने के कारण भवन अनुपयोगी सिद्ध हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि तवा की नहर हर 6 किलोमीटर के बाद टूटी है, उसे सुधारा जाए। संभागायुक्त ने सभी ग्राम वासियों को आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टेल एरिया में पानी पहुंचेगा तब वे स्वयं देखने एक बार गांव में अवश्य आएंगे।
इसके पश्चात संभागायुक्त ग्राम नाहर कोला खुर्द पहुंच कर टेल एरिया पर सिंचाई व्यवस्था का जायजा लिया। बताया गया कि टेल एरिया में अभी पानी नहीं आ रहा है। किसान देवेंद्र राजपूत ने बताया कि हर साल पानी का पैसा जमा किया जाता है, उसके बाद भी अभी तक पानी न आने के कारण बोअनी में पिछड रहे हैं। वर्तमान में सक्षम किसान ट्यूवेल से पलेवा कर रहे हैं। लेकिन जो सक्षम नहीं है वह अभी भी नहर से पानी मिलने का इंतजार कर रहे हैं। मुख्य कार्यपालन यंत्री तवा परियोजना सिवनी मालवा श्रीमती राज्यश्री कटारे ने बताया कि नाहर कोला खुर्द के टेल एरिया में 22 नवंबर तक पानी पहुंच जाएगा। टेल एरिया 30 किलोमीटर लंबी होने के कारण पानी पहुंचने में देरी होती है। श्रीमती कटारे ने बताया कि बनाडा एवं ग्राम पथाडा तक डिफिसेट एरिया को जोड़ा है ताकि बनाडा और पथाडा तक पानी मिल सके। संभागायुक्त ने सभी किसानों एवं ग्रामीणों को अवगत कराया की 22 नवंबर तक तवा नहर का पानी आ जाएगा जो 5 दिसंबर तक आप लोगों को मिलता रहेगा। उन्होंने मौके पर ही एई, श्री शास्त्री को निर्देश दिए कि वह फ्लों के साथ पानी का प्रवाह रखें। साथ ही नहर की पेट्रोलिंग भी बढ़ाएं। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि अघोषित बिजली कटौती की समस्या से ग्राम वासी परेशान है। सिंचाई के लिए 10 घंटे बिजली मिलती है उसमें भी 4 घंटे की अघोषित कटौती रहती है। किसी की लाइन कट जाती है तो एमपीबी आसानी से नहीं जोड़ती है। कुछ लोग एक कनेक्शन लेकर दो-दो मोटर संचालित कर रहे हैं। संभागायुक्त ने सभी किसानों से कहा कि वे तैयारी रखें 22 नवंबर से पानी अनिवार्य रूप से मिल जाएगा। ग्रामीण दीपक राजपूत एवं नन्हेंलाल तथा मोर सिंह राजपूत ने बताया कि ग्राम में रोड का काम चल रहा है। स्कूल नियमित रूप से खुलता है लेकिन गांव के अधिकांश बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने जाते हैं। स्कूल में 6 शिक्षक हैं लेकिन उसके अनुपात में बच्चों की संख्या कम है। जनपद सदस्य हरि ओम कीर ने बताया कि कोल गांव प्राथमिक शाला क्षतिग्रस्त हो गई है। स्कूल की छत की मरम्मत की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने कहां की छत की मरम्मत की जाए या स्कूल के लिए एक नया भवन बनाया जाए। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि ऐसे क्षतिग्रस्त स्कूल में बच्चों को ना बैठाया जाए। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में ठीक से पढ़ाई नहीं होती है और इंग्लिश मीडियम ना होने के कारण अधिकांश बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने जाते हैं। बताया गया कि आगे टेल एरिया डोडा गांव है जो 4 किलोमीटर टेल एरिया है वहां पानी आ रहा है।
संभागायुक्त के भ्रमण के दौरान संयुक्त आयुक्त विकास जी सी दोहर, अधीक्षण यंत्री जल संसाधन आर आर मीना, कार्यपालक यंत्री तवा परियोजना सिवनी मालवा श्रीमती राज्यश्री कटारे सहित संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।