किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है : कलेक्टर

नर्मदापुरम  मंगलवार 15 अक्टूबर को कलेक्टर कार्यालय के सभा कक्ष में कलेक्टर सोनिया मीना की अध्यक्षता में किसान संगठनों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कलेक्टर ने किसानों की सुविधाओं के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा है कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन हमेशा प्रयासरत है। उन्होंने सभी किसान संगठनों और किसान भाइयों से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रशासन द्वारा आश्वस्त किया गया है कि सभी किसानों को उनकी आवश्यकता के अनुसार खाद उपलब्ध करवाई जायेगी। खाद एवं उर्वरक के वितरण में किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टोकन व्यवस्था लागू की गई है। कलेक्टर ने अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वे समस्याओं के समाधान के लिए किसानों की समस्याओं की वस्तु स्थिति को स्पष्ट रूप से समझें और आवश्यक कार्यवाही करें।

      बैठक में किसान संगठनों द्वारा मांग की गई है कि किसानों को समय पर एवं उनकी आवश्यकता के अनुरूप खाद एवं उर्वरक का वितरण किया जाए, जिससे किसान भाई समय पर फसलों की बोवनी का कार्य कर सकें। डबल लॉक केंद्रों के अलावा अन्य केंद्रों से भी खाद वितरण किया जाए जिससे कि वितरण केंद्रों पर अनावश्यक रूप से भीड़ एकत्रित न हो। सहकारी समितियां द्वारा पूर्व की भांति ऋण पर भी खाद उपलब्ध करवाया जाए जिससे कि छोटे किसानों को सुविधा उपलब्ध हो सके। विगत दिनों हुई घटना के संबंध में किसान संगठनों द्वारा मांग की गई है कि घटना से संबंधित सभी लोगों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाए तथा निकट भविष्य में भी इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इस बात के लिए भी प्रशासन सतर्कता बरतें। डबल लॉक केंद्रों पर तथा खाद एवं उर्वरक वितरण केंद्रों पर भुगतान के लिए क्यू आर कोड लगाए जाएं। जिला विपणन अधिकारी द्वारा बताया गया है कि मार्कफेड के समस्त डबल लॉक वितरण केंद्रों पर पूर्व में ही क्यूआर कोड स्थापित किए जा चुके हैं। किसान संगठनों द्वारा मांग की गई है कि किसानों को बोवनी के लिए समय पर पानी की आपूर्ति की जाए। सरकारी गुहा को खुलवाया जाए जिससे खेत पहुंच मार्ग सुविधाजनक बन सके। जिले के जिन क्षेत्रों में अतिवृष्टि के कारण फसलों को क्षति पहुंची है उन क्षेत्रों में भी विभाग द्वारा शीघ्र ही सर्वे करवाया जाए तथा आवश्यकता पड़ने पर फसल बीमा योजना के तहत उचित मुआवजा दिलवाया जाए। नहरों पर से अतिक्रमण हटवाया जाए तथा जिन नहरों को काटकर पानी लिया जा रहा है उन स्थानों पर नहरो की मरम्मत करवाई जाए जिससे अनावश्यक रूप से हो रही पानी की बर्बादी रोकी जा सके।

      कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन द्वारा हमेशा प्रयास किया गया है कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, चाहे मूंग उपार्जन हो या फिर गेहूं उपार्जन हो किसानों को हर संभव आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन हमेशा प्रतिबद्ध है, किसान संगठनों तथा समस्त किसान भाइयों से अनुरोध है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दें ना ही ऐसी किसी भी अफवाहों का आगामी संप्रेषण किए जाने से भी किसान भाई बचे। कलेक्टर ने कहा कि सभी किसानों को आश्वस्त किया जाता है कि सभी को आवश्यकता अनुरूप खाद की प्रतिपूर्ति की जाएगी, खाद एवं उर्वरक वितरण में किसानों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए टोकन व्यवस्था लागू की गई है, तथा प्रशासनिक स्तर पर जितने भी संसाधन उपलब्ध हैं उनके माध्यम से किसानों के लिए यथासंभव व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाई जाएगी। सभी किसान संगठनों से भी अनुरोध है कि जिन भी क्षेत्र में समस्याएं आ रही हैं उन क्षेत्रों की वस्तु स्थिति स्पष्ट रूप से लिखकर अधिकारियों को अवगत कराएं। जिससे संबंधित अधिकारियों को भी निश्चित स्थान एवं समस्या के निराकरण के लिए सहायता प्राप्त होगी। सहायक संचालक कृषि ने सभी किसान संगठनों से अपील की है कि प्रयोग के तौर पर नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी का भी उपयोग करें।

कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश :

      कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि डबल लॉक वितरण केंद्रो के अतिरिक्त सहकारी समितियों के माध्यम से भी खाद वितरण की व्यवस्था करवाई जाए। उन्होंने निर्देश दिए है कि अमानक खाद एवं बीज के विरुद्ध कार्यवाही सतत रूप से जारी रखें तथा अधिक से अधिक मात्रा में सैंपलिंग की जाए जिससे कि किसानों तक अमानक खाद एवं बीज न पहुंचे।

      बैठक में कलेक्टर ने नहर विभाग को निर्देशित किया है कि सिंचाई की व्यवस्था को सुचारू रखें संबंधित क्षेत्र के किसान संगठनों से समन्वय कर नहरो की साफ सफाई, मरम्मत एवं लाइनिंग का कार्य दुरुस्त करवाया जाए। नहर विभाग नहरों पर से अतिक्रमण हटाए जाने की कार्यवाही भी संबंधित क्षेत्र के एसडीएम के साथ संयुक्त रूप से करें जिससे कि किसानों को समय पर पानी की आपूर्ति की जा सके।

      कलेक्टर सुश्री मीना ने निर्देशित किया है कि फसल बिक्री के बाद वसूली की कार्यवाही में जिन किसानों द्वारा भुगतान किए जाने के बाद भी उनके नाम के सम्मुख भुगतान लंबित दिखाई दे रहा है उन किसानों की जानकारी भी जांच कर दुरुस्त करवाए। कृषि विभाग को निर्देशित किया कि अतिवृष्टि के कारण प्रभावित हुई फसलों की ग्राउंड ट्रुथिंग करवाएं तथा जिन भी स्थान पर नुकसान हुआ है उन स्थानों पर सर्वे कर आगामी कार्यवाही भी सुनिश्चित करें। बिजली विभाग को निर्देशित किया गया है कि जिन स्थानों में बिजली प्रदाय से संबंधित समस्याएं आ रही है उन स्थानों का जमीनी स्तर से निरीक्षण कर समस्याओं का समाधान किया जाए। जिन वितरण केंद्रों पर भुगतान की सुविधा की दृष्टि से क्यू आर कोड नहीं लगाए गए हैं उन स्थानों पर भुगतान के लिए क्यू आर कोड स्थापित किए जाएं।  कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देशित किया है कि खाद एवं उर्वरक वितरण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए, सभी अधिकारी अपना कार्य पूरी ईमानदारी एवं सजगता से करें।

      बैठक में जिला विपणन अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई है कि जिले में मार्कफेड के डबल लॉक वितरण केन्‍द्रों पर कुल 1290 मेट्रिक टन यूरिया, 858 मेट्रिक टन डीएपी, 1148 मेट्रिक टन एसएसपी, 350 मेट्रिक टन टीएसपी, 375 मेट्रिक टन 20.20.0.13 एवं 753 मेट्रिक टन 16.16.16 उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि आगामी दिवसों में पिपरिया केंद्र पर 2755 मेट्रिक टन आईपीएल डीएपी, 1438 मेट्रिक टन एचयूआरएल, तथा इटारसी रेक में 1128 मेट्रिक टन एचयूआरएल, एवं एनएफएल यूरिया 2620 मि. टन की रैक लगना संभावित है।

      इसी प्रकार सिंचाई विभाग द्वारा अवगत कराया गया है कि तवा जलाशय में इस वर्ष जलाशय का स्‍तर 100 प्रतिशत है तथा तवा बाई तट मुख्य नहर से वर्ष 2024-25 में रबी सिंचाई हेतु अनुमानित 98.939 हेक्टर जिसमें पलेवा तथा तीन बार पानी इसके अतिरिक्त दवा दाएं तट मुख्य नहर से लगभग 59.340 हेक्टर पानी रबी सिंचाई के लिए प्रस्तावित है।

      बैठक में भारतीय किसान संघ से देवेंद्र पटेल, भारतीय किसान यूनियन से संतोष, क्रांतिकारी किसान महासंगठन से लीलाधर राजपूत, राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ से राकेश गौर, राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ से रमाकांत मीणा उपस्थित रहे।

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