विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस कार्यक्रम आयोजित 

नर्मदापुरम। शास नर्मदा कॉलेज  में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के तत्वावधान में वर्तमान परिदृश्य में मानसिक अस्वस्थता के कारण एवं उपाय पर संगोष्ठी आयोजित की गई । कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रो. कमल वाधवा ने मानसिक अस्वस्थता के प्रमुख बिंदुओ को रेखांकित किया एवं योग शिक्षा के माध्यम से मानसिक अस्वस्थता के उपचार पर अपनी संक्षिप्त बात राखी। कार्यक्रम का बीज वक्तव्य देते हुए प्रो. के. जी. मिश्र ने भारतीय एवं विश्व ज्ञान परंपरा में मानसिक स्वास्थ्य का आधार ईश्वरी आस्था एवं मानवीय मूल्यों के संयोजन को बताया। कार्यक्रम में ऑनलाइन माध्यम से विशिष्ट वक्तव्य डॉ. स्नेहा मेहता ( मनोचिकित्सक- नासिक) ने दिया। डॉ. स्नेहा ने मानसिक अस्वस्थता के लिए मनुष्य की अनियमित जीवन शैली, मोबाइल एडिक्शन, खान-पान की गलत आदतें आदि प्रमुख कारण बताएं एवं उनमें सुधार कर अपने जीवन को स्वस्थ बनाने की बात कही। प्रो. रवि उपाध्याय ने मानसिक स्वास्थ्य और रसायन विषय पर अपनी संक्षिप्त बात राखी। कार्यक्रम की अध्यक्ष प्राचार्य प्रो. अनिता जोशी ने अपने वक्तव्य में कहा कि मनुष्य अपने जीवन में नियमित कार्य शैली एवं मानवीय मूल्य को अपनाकर ही मानसिक एवं शारीरिक तौर पर स्वस्थ रह सकता है। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार डॉक्टर दिनेश श्रीवास्तव का रहा।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर ‘ वर्तमान परिदृश्य में मानसिक स्वास्थ्य की प्राथमिकता’ विषय पर निबंध लेखन का आयोजन किया गया जिसमें मेधा टॉक प्रथम, दीक्षा नागले – द्वितीय एवं रिया सिंह तृतीय स्थान पर रही। साथ ही इस विषय पर विद्यार्थियों को लघु फिल्म भी दिखाई गई । कार्यक्रम में डॉ. सविता गुप्ता, डॉ. हंसा व्यास, डॉ. सुधीर दिक्षित, डॉ. आनंद उदयपूरे, डॉ. कल्पना विश्वास, डॉ. प्रीति उदय पूरे, डॉ. बी एस आर्य, डॉ बी एल राय , डॉ. संजय चौधरी, डॉ. एन आर अडलक, डॉ.  मीना किर,  डॉ. आशीष तोमर,  डॉ. यास्मीन खान सहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, शिक्षक,  अतिथि विद्वान एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

About The Author