सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों के निराकरण में गति लाएं सभी विभाग, लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिए युद्धस्तर पर कार्य किए जाने की आवश्यकता

कलेक्टर कार्यालय में आयोजित की गई समय सीमा बैठक

नर्मदापुरम। सोमवार 14 अक्टूबर को आयोजित समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं स्वर्गीय डॉक्टर संजय अग्रवाल के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया। कलेक्टर ने कहा कि श्री अग्रवाल एक सक्रिय एवं सकारात्मक व्यक्तित्व के धनी व्‍यक्ति थे। उनका असामयिक निधन पूर्ण रूप से अप्रत्याशित एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। जिला स्तर पर भी श्री अग्रवाल की कमी हमेशा खलेगी। कलेक्टर ने समय सीमा की बैठक के दौरान विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं एवं जिले से संबंधित अन्य विषयों की विस्तार पूर्वक समीक्षा की।

      समीक्षा के दौरान  कलेक्टर सोनिया मीना ने जिले में डेंगू के मामलों में वृद्धि को देखते हुए सीएमएचओ नर्मदापुरम को निर्देशित किया है कि जिन क्षेत्रों में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या अधिक है, वहां आशा और मेडिकल टीमों को सक्रिय मोड में रखा जाए। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया है कि उन स्थानों पर विशेष सर्वेक्षण किया जाए और आवश्यक दवाओं का छिड़काव तथा लार्वा विनिष्टिकरण की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि डेंगू मामलों की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक उपायों को लागू किया जाए तथा निर्देशों का पालन करते हुए जनस्वास्थ्य की सुरक्षा को सुनिश्चित करें।

      कलेक्टर ने जिले में हाल ही में हुई बारिश और आंधी-तूफान के कारण फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए सभी एसडीएम और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है। कलेक्टर ने कहा है कि प्रभावित क्षेत्रों का तत्काल सर्वेक्षण किया जाए और वहां फसलों को हुए नुकसान का समुचित आंकलन करते हुए एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए।

      बैठक में कलेक्टर ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन के कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्‍होने सभी नगर पालिका सीएमओ को इस दिशा में विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी विभागों को निर्देशित किया है कि वे लंबित अनुकंपा नियुक्ति, समयमान वेतनमान, इंक्रीमेंट, वेतन वृद्धि और पे फिक्सेशन से संबंधित मामलों का अविलंब निराकरण करें। कलेक्टर सुश्री मीना ने आगामी पर्वों को दृष्टिगत रखते हुए, पटाखों के लाइसेंस के लिए सभी उप जिला मजिस्ट्रेट (एसडीएम) और तहसीलदारों को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिले में बिना अनुज्ञप्ति के पटाखों का भंडारण और विक्रय न हो इस बात का विशेष ध्यान रखें एवं आवश्‍यकतानुसार इसके लिए निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने आगामी पर्वों को लेकर सभी अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदारो को निर्देशित किया है कि अपने-अपने क्षेत्र में शांति समिति की बैठक संपन्न किया जाना भी सुनिश्चित करें। सीईओ जनपद पंचायत सिवनी मालवा को मोरंड गंजाल प्रोजेक्ट के लिए एनवीडीए के साथ समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्यवाहियों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।

      सार्थक ऐप पर अधिकारियों कर्मचारियों की उपस्थिति की समीक्षा के दौरान पाया गया कि अभी भी कई कर्मचारियों द्वारा एप पर उपस्थिति दर्ज नहीं करवाई जा रही ही एवं समय पर कार्यालय में भी कर्मचारी नहीं पहुंच रहे हैं। आयुष विभाग के कर्मचारियों की वास्तविक संख्या एवं पोर्टल पर दर्ज संख्या में अंतर होने के कारण उन्होंने जिला आयुष अधिकारी को सार्थक पोर्टल पर विभाग का डाटा अद्यतन करवाए जाने के निर्देश दिए। निर्धारित समयानुसार भी कार्यालय में उपस्थित नहीं होने वाले कृषि विभाग एवं आयुष विभाग के कर्मचारियों को नोटिस जारी किए जाने के लिए भी निर्देशित किया है।

      कलेक्टर ने शासकीय शालाओं एवं आंगनवाड़ियों का अधिकारियों द्वारा किए जा रहे निरीक्षण की भी विस्तारपूर्वक समीक्षा की। कलेक्टर ने ए.सी ट्राइबल द्वारा अधिकारियों द्वारा छात्रावासों के निरीक्षण उपरांत बताई गई समस्याओं के निराकरण के संबंध में अद्यतन जानकारी न प्रस्तुत करने पर नाराजगी व्यक्त की तथा एक दिवस में उक्त रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्‍टर ने निर्देशित किया है कि शासकीय स्कूलों में कुल पंजीकृत छात्र छात्राओं की उपस्थिति की नियमित मॉनिटरिंग की जाए तथा प्रतिदिन 11 बजे तक उपस्थिति का डेटा भी लिया जाये। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि जिन शालाओं में संबंधित विषय के शिक्षकों की अनुपलब्धता है उन शालाओं में विषय शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करें।

      कलेक्टर ने कहा है कि निरीक्षण में पाई जा रही अनियमितताओं के निराकरण करने की जवाबदारी संबंधित विभाग की है। निरीक्षणकर्ता अधिकारी उन समस्याओं का निराकरण नहीं करेंगे। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि संस्थागत स्तर पर निरीक्षण के दौरान पाई गई अनियमितताओं के निराकरण किया जाए।

      जिन भी अधिकारियों द्वारा पिछले दो सप्ताहों में एक भी निरीक्षण नही किया गया है वे आवश्यक रूप से इस कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण करें। कलेक्टर ने अधिकारियों को आवंटित निरीक्षण समय सीमा के भीतर पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया। आंगनवाड़ियों के निरीक्षण के दौरान पाई गई अनियमितताओं के संबंध में डी पी ओ महिला एवं बाल विकास को निर्देशित किया गया है कि आंगनवाड़ियों में उपलब्ध करवाए जा रहे नाश्ते एवं भोजन को समयानुसार दिया जाए।

      कलेक्टर सुश्री मीना ने निर्देशित किया है कि सभी अधिकारी प्रारंभिक निरीक्षण के उपरांत पाई गई अनियमितताओं तथा उनके ऊपर की गई कार्यवाही की जानकारी आवश्यक रूप से निर्धारित प्रपत्र में तैयार कर प्रस्तुत करें।

      बैठक के दौरान कलेक्टर ने समस्त सीएमओ एवं जनपद सीईओ को निर्देशित किया है कि चिन्हित किए गए जर्जर भवन जो डिस्मेंटल किए जाने के लिए शेष हैं उन्हें सभी आवश्यक प्रक्रिया संपन्न कर आगामी 1 सप्ताह में डिस्मेंटल करने की कार्यवाही की जाए तथा कार्यवाही का पालन प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया जाना सुनिश्चित करें।

      कलेक्टर ने सी एम हेल्पलाइन की शिकायतो की विभागवार समीक्षा की। कलेक्टर सुश्री मीना ने सभी विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया है की समाधान ऑनलाइन के अंतर्गत समस्त लंबित शिकायतो को प्राथमिकता से निराकरण किया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्‍टर ने निर्देशित किया है की सभी अधिकारी युद्धस्तर पर कार्य करते हुए सीएम हेल्पलाइन से संबंधित शिकायतों का निपटारण करे। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन पर स्वास्थ विभाग की खराब ग्रेडिंग के लिए सीएमएचओ नर्मदापुरम को निर्देशित किया है कि विभाग से संबंधित लंबित शिकायतों को शीघ्र निराकृत किया जाए। कलेक्टर सोनिया मीना द्वारा समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि कोई भी विभाग डी कैटेगरी में ना रहे यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने समाधान ऑनलाइन पर लंबित प्रसूति सहायता से संबंधित शिकायत के निराकरण के लिए सी एम एच ओ को निर्देशित किया है कि ब्लॉक स्तर पर शिकायतो को द्विभाजित कर उनको शीघ्र निराकृत करें तथा मातृ वंदना योजना संबंधी शिकायतो को डीपीओ महिला एवं बाल विकास प्राथमिकता से विश्लेषण कर शिकायतकर्ता को समक्ष बुला कर उनकी शिकायतो को निराकरण करने के निर्देश दिए।

      कलेक्टर ने लोक सेवा प्रबंधक आनंद झेरवार को निर्देश दिए हैं की शिकायतो की स्थिति के संबध में उन्हें नियमित रूप से जानकारी प्रस्तुत करें। जानकारी में शिकायतो के निराकरण एवं नवीन पंजीयन की स्थिति स्पष्ट रूप से उल्लेखित करें। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि कोई भी विभाग 50 दिवस से अधिक पुरानी शिकायतों को लंबित ना रखें। आगामी एक सप्ताह के अंदर उन्हें आवश्यक रूप से बंद कर दें तथा यदि शिकायत बंद नहीं हो रही है तो इसके संबंध में कोई ठोस कारण प्रस्तुत करना भी सुनिश्चित करें। इसी प्रकार कलेक्टर ने समस्त सीईओ जनपद पंचायत तथा समस्त नगर पालिका सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि समग्र आईडी की गैर तकनीकी समस्याओं से संबंधित शिकायत हो का त्वरित निराकरण करें। कलेक्टर ने सामान्‍य प्रशासन, सहकारिता मार्कफेड कृषि आदि विभागों की शिकायतों की भी विस्तार पूर्वक समीक्षा की तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अपने विभाग से संबंधित लंबित शिकायतों को भी शीघ्र निराकृत किया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर सुश्री मीना ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि समाधान ऑनलाइन पर लंबित शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए उनका निराकरण करें। प्रयास करें कि जिला स्तर पर कोई भी कार्यवाही शेष न रहे।

      कलेक्टर ने समय सीमा प्रकरण की भी विभागवार समीक्षा की तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि समय सीमा के प्रकरणों के निराकरण में भी गति लाएं। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत, अपर कलेक्टर डीके सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र सिंह रावत, डिप्टी कलेक्टर डॉ बबीता राठौर आदि अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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