समय पर स्कूल खुलने एवं शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम संभाग आयुक्त केजी तिवारी ने मंगलवार को सिवनी मालवा तहसील के सुदूर आदिवासी अंचल के ग्राम ढेकना और आमाकटारा का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने उक्त दोनो ग्रामों में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना एवं मौके पर ही अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिए। ग्राम ढेकना जो वर्तमान में वनग्राम है और शीघ्र ही राजस्व ग्राम में परिवर्तित होगा। ढेकना के ग्रामीणों ने संभागायुक्त को बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र समय पर खुलता है और बच्चों को समय पर पोषण आहार भी मिल रहा है। लेकिन ढेकना ग्राम एक मात्र शिक्षक है वो भी दोपहर 12 से 01 बजे के बीच ही स्कूल आते है और सायं 4 बजे स्कूल बंद करके चले जाते है। स्कूल अतिथि शिक्षक के भरोसे चल रहा है। शिक्षक का कहना है कि उनके पास बीएलओ का चार्ज भी है इसलिए वे समय पर स्कूल नहीं आ पाते है। संभागायुक्त ने शिक्षक श्री तिवारी को बीएलओ के चार्ज से मुक्त करने के निर्देश देते हुए कहा कि जिन स्कूलों में एक मात्र शिक्षक पदस्थ है उनसे बीएलओ का कार्य नहीं लिया जाएगा।
ढेकना के ग्राम चौपाल में ग्रामीणों ने संभागायुक्त को बताया कि स्कूल के कई बच्चों का आधार मैपिंग ना होने के कारण उनके हिस्से का खाद्यान्न नहीं आता है, फिर भी अन्य बच्चों के साथ उन्हें एडजस्ट कर उन्हें मध्यान भोजन दिया जा रहा है। संभागायुक्त ने तहसीलदार राकेश खजुरिया को निर्देश दिए कि बच्चों की आधार मैपिंग कराए। उन्होंने सरपंच परसराम बारसकर को निर्देश दिए की वे समय-समय पर मध्यान भोजन की गुणवत्ता की जांच करते रहे। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम आरोग्य केंद्र में पर्याप्त उपचार नही मिल पाता है। ग्राम आरोग्य केंद्र उदासीन है इसलिए ग्रामीण एक झोला छाप डॉक्टर के पास अपना उपचार कराते है। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि शासन के निर्देशानुसार आरोग्य केंद्र में जितनी भी प्रकार की जांच होनी चाहिए वे हो और जितनी प्रकार की दवाइयां मरीज को दी जाने चाहिए वे दी जाए। ग्रामीणों ने बताया की विधवा, विकलांग, वृद्धावस्था पेंशन पात्र व्यक्तियों को मिल रही है।
संभागायुक्त ने ग्राम ढेकना के निवासियों को बीमार होने पर आयुष्मान कार्ड का लाभ उठाने की समझाइश दी। बताया गया कि 1158 कार्ड बनाए गए है। संभागायुक्त ने बताया कि ग्राम ढेकना 26 जुलाई 2024 को वनग्राम से राजस्व ग्राम घोषित हुआ है, इस आशय का प्रकाशन राजपत्र में किया गया है। लेकिन अभी राजस्व ग्राम घोषित करने की सरकार द्वारा कार्यवाही की जा रही है। संभागायुक्त ने 18 वर्ष से अधिक के आयु के लोगों को अपना मतदाता परिचय पत्र बनवाने की समझाइश दी। संभागायुक्त ने बताया कि राजस्व ग्राम घोषित होने से ग्रामीणों के केवायसी बन जाएगी एवं ग्रामीण जिस जमीन पर रह रहे है उसमें वे सामूहिक दावा करके पटटा प्राप्त कर सकेंगे। सरपंच ने बताया कि खेल मैदान के लिए सामुदायिक दावा डाला था। संभागायुक्त ने बीट गार्ड एवं पंचायत सचिव को कुछ आपत्तियों का निराकरण करने के निर्देश दिए, और बताया कि आपत्ति दूर होने के बाद खेल मैदान के लिए जमीन दे दी जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि उनके आने जाने की बाउंड्री वन विभाग द्वारा सकरी किए जाने से उन्हें जंगल से लकड़ियां लाने, मवेशी चराने एवं आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पडता है। संभागायुक्त ने डीएफओ को उक्त समस्या के निराकरण करने के लिए निर्देश दिए। मौके पर ही ग्रामीणों ने संभागायुक्त को बताया कि ग्राम में बिजली की समस्या है। बिजली की केबल हरदा से जुड़ी है आए दिन बिजली के तार टूटकर गिर जाते है। ग्रामीणों ने ढेकना ग्राम के पुराने नक्शे की मांग की तथा बताया कि कुछ व्यक्तियों के जमीन के पटटे में 001 एवं 002 दिख रहा है, पट्टे में त्रुटि है। संभागायुक्त ने पुराने नक्शे एवं पट्टे में त्रुटि सुधार कर उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए।
चौपाल में ग्रामीणों ने बताया कि ढेकना ग्राम पंचायत के अंतर्गत गीतखेडा, नोनिया, पलासी, चारखेडा, आमाकटारा आदि ग्राम एवं टोले आते है, लेकिन ग्राम ढेकना में नल जल योजना बंद है। पलासी एवं आमाकटारा में नल जल योजना सुचारू रूप से चालू है। संभागायुक्त ने बंद पडी नल जल योजना को पुन: शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों को डीएपी खाद की जगह एनपीके का उपयोग करने की समझाइश दी।
संभागायुक्त ने ग्राम आमाकटारा में ग्राम चौपाल लगाकर ग्रामीणों से रूबरू चर्चा की। ग्रामीणों ने बताया कि आमाकटारा का एप्रोच रोड खराब है, बारिश में जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है। संभागायुक्त ने ग्रामीणों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन देने, ग्रामीणों की ईकेवायसी आधार से लिंक करने, जमीन के पटटों का नामांतरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। संभागायुक्त ने आमाकटारा के निवासियों को बताया कि उनके ग्राम को राजस्व ग्राम में परिवर्तित करने की कार्यवाही चल रही है। राजस्व ग्राम बन जाने से आमाकटारा में कई सुविधाएं ग्रामीणों को मिलेगी।
भ्रमण के दौरान डीएफओ मयंक गुर्जर, एसडीएम सिवनीमालवा श्रीमती सरोज परिहार, तहसीलदार राकेश खजुरिया एवं वन विभाग तथा राजस्व विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।