खेती में प्रयोग होने वाले उर्वरक किसानों को अनुदान पर उपलब्ध : उप संचालक कृषि
नर्मदापुरम। खेती में प्रयोग होने वाले उर्वरक किसान भाईयों को अनुदान पर उपलब्ध है। उप संचालक कृषि नर्मदापुरम ने उक्ताशय की जानकारी देते हुए बताया है कि डीएपी पर लगभग 3264 रूपए प्रति क्विंटल, यूरिया पर 3190 प्रति क्विंटल अनुदान रहता है। यह अनुदानित उर्वरक केवल किसानों के लिए है, इसका औद्योगिक या गैर कृषि कार्यो में संभावित उपयोग और कालाबाजारी को रोकने के लिए प्वाइंट आफ सेल अर्थात पीओएस उपकरण के माध्यम से अनुदानित उर्वरक का विक्रय करना अनिवार्य है। इसके तहत किसान भाई अपना अंगूठा लगाकर अपनी पहचान दर्ज कराते है और यह तय होता है कि अनुदानित उर्वरक का अंतिम उपभोक्ता कृषक ही है।
उप संचालक कृषि ने बताया है कि प्रत्येक बिक्री प्वाइंट सेल पर पीओएस उपकरण के माध्यम से रशीद निकाली जाती है जिसमें उर्वरक की कीमत और अन्य जानकारी रहती है। विक्रेता द्वारा किसान को की गई वास्तविक बिक्री के आधार पर उर्वरक कंपनियों को अनुदान दिया जाता है। यह काम किसानों के हितों की रक्षा के लिए किया गया है। उप संचालक कृषि ने किसान भाईयो को बताया है कि विशेष रूप से प्रत्यक्ष लाभ अंतरण अर्थात डीबीटी प्रणाली के क्रियाकलापों की निगरानी रखने के लिए खुदरा उर्वरक बिक्री दुकानों पर पीओएस उपकरण की स्थापना कर इसका कार्यान्वयन किया जा रहा है।
उपसंचाक कृषि नर्मदापुरम ने बताया है कि वर्तमान में जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध है। विपणन संघ डबल लॉक केन्द्रो से कृषकों को नियमित रूप से उर्वरक का विक्रय किया जा रहा है। गत 22 नवम्बर 2023 को डबल लॉक केन्द्र नर्मदापुरम से डीएपी 10.05 मे.टन, युरिया 15.705 मे.टन, कॉम्पलेक्स 1.75 अन्य 1.75 मे.टन, कुल 29.255 मे.टन, इटारसी केन्द्र से डीएपी 12.50, यूरिया 26.865, कॉम्पलेक्स 0.30 अन्य 0.80 मे.टन, कुल 40.465 मे.टन, इसी तरह से सेमरीहरंचद में डीएपी 24.75, यूरिया 85.950, कुल 110.70 मे. टन, माखन नगर में डीएपी 24.90, यूरिया 101.25, कॉम्पलेक्स 29.50 कुल 155.65 मे.टन पिपरिया में डीएपी 85.75, यूरिया 26.755, कॉम्पलेक्स 5 कुल 117.525 मे.टन, बानापुरा में डीएपी 0.05, यूरिया 82.26 कॉम्पलेक्स 3.45, अन्य 0.75, कुल 86.510 मे.टन इस प्रकार जिले में डीएपी 158 मे. टन, यूरिया 338.805, कॉम्पलेक्स 40 मे. टन, अन्य 3.3 कुल 540.105 मे.टन उर्वरक का प्वाइंट आफ सेल अर्थात पीओएस उपकरण के माध्यम से विक्रय हुआ है। उप संचालक ने बताया है कि जिले के उक्तानुसार सभी 6 डबललॉक केन्द्र से कृषकों को नियमित रूप से खाद का विक्रय सुचारू रूप से किया गया है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास नर्मदापुरम से संपर्क किया जा सकता है।