शासन की योजना का लाभ लेकर सुधरा अशोक हरियाले का जीवन स्‍तर

स्वयं का ऑटो लेकर स्‍वरोजगार से जुड़े

नर्मदापुरम।  म०प्र०शासन की अनुसूचित जाति वर्ग के शिक्षित / अशिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाएं म०प्र०राज्य सहकारी अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम मर्यादित भोपाल के मार्गदर्शन में जिला स्तर पर जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित पुराना जिला पंचायत भवन कलेक्ट्रेट परिसर नर्मदापुरम के माध्यम से संचालित योजना संत रविदास स्‍वरोजगार योजना को समस्त पोर्टल (samast.mponl।ne.gov.।n) के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। कार्यपालन अधिकारी जिला अंत्‍यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित नर्मदापुरम ने बताया कि वर्ष 2023-24 में केनरा बैंक शाखा नर्मदापुरम द्वारा स्वीकृत ऋण राशि 3 लाख रुपए स्‍वीकृत हुई। स्‍वीकृत राशि से लाभान्वित अशोक हरियाले ने अपने शौक आटो चलाने को ही अपना प्रोफेशन बनाकर स्वयं का रोजगार स्थापित किया एवं एक सफल आटो ड्रायवर के रूप में स्‍वयं का व्‍यवसाय कर रहे है। उन्‍होंने बताया कि अशोक कुमार हरियाले निवासी संजय नगर ग्वालटोली नर्मदापुरम ने 8 वी तक शिक्षा प्राप्त की। ऋण लेने के पहले अशोक हरियाले फुटकर मजदूरी एवं पुराना आटो चलाते थे जिससे इन्हे 5000 से 10000 रू. मासिक आय प्राप्त होती थी। इन्होने वहाँ लगभग 10 वर्षों तक कार्य किया। कार्य करते – करते अनुभव होने के बाद इन्होने स्वयं का नया आटो लेने का निर्णय लिया। अपने परिवार से विचार विमर्श कर स्वयं का आटो जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति नर्मदापुरम के माध्यम से संचालित संत रविदास स्वरोजगार योजना अंतर्गत ऋण द्वारा बैंक से लेने का निश्चय किया। इसी विचार के साथ इन्होने कार्यालय में संपर्क कर ऑनलाईन आवेदन किया। कार्यालय द्वारा इनके आवेदन फार्म व साथ ही संलग्न दस्तावेजों की जाँच की गई। जाँच में फार्म के साथ संलग्न समस्त आवश्यक दस्तावेज पूर्णतः सही पाये जाने पर इनका आवेदन फार्म नर्मदापुरम की केनरा बैंक शाखा में प्रेषित किया गया। बैंक में आवेदन प्राप्त होने पर बैंक के अधिकारियों द्वारा श्री अशोक हरियाले के आवेदन फार्म एवं दस्तावेजों की जाँच कर श्री अशोक से उनके सभी ओरिजनल दस्तावेज बुलाकर जाँच कर कोटेशन प्राप्त कर फाईल एवं प्रोजेक्ट रिपोर्ट पूर्ण कराकर आवेदन के साथ संलग्न कोटेशन अनुसार शोरूम से आटो क्रय करने हेतु 3.00 लाख का ऋण स्वीकृत कर वितरित किया गया। अशोक हरियाले ने बताया कि वे ऋण लेने के पूर्व दूसरे के अधिनस्थ कार्य कर अपना एवं अपने परिवार का भरण पोषण करते थे  और इनकी मेहनत के अनुसार इन्हें वेतन प्राप्त नहीं हो रहा था। उन्होंने बताया कि “म०प्र०शासन की इस कल्याणकारी योजना से लाभान्वित होकर इनका एवं इनके परिवार के जीवन स्तर में भी काफी सुधार आया है व इन्होने अपना जीवन बेहतर बना लिया है। उन्‍होंने बताया कि अब वे स्वयं का आटो चालकर हर माह 25 से 30 हजार रू. की आय प्राप्त कर रहे है। बैंक किस्त, डीजल एवं अन्य खर्च निकालकर लगभग प्रतिमाह 18 हजार रूपए की शुद्ध बचत हो जाती है।

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