कलेक्टर ने गेंहू उपार्जन एवं परिवहन में तेजी लाने के निर्देश दिए
नर्मदापुरम। कलेक्टर सोनिया मीना की अध्यक्षता में सोमवार को गेहूं उपार्जन की बैठक आयोजित की गई। बैठक में संबंधित अधिकारियों ने बताया कि जिले में 178 उपार्जन केन्द्र स्थापित किए गए थे जिनमें सभी 178 उपार्जन केन्द्र संचालित है। गेहूँ उपार्जन का कार्य आगामी 20 मई तक किया जाएगा। कलेक्टर सोनिया मीना ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे उपार्जन कार्य में तेजी लाएं साथ ही तेज गति से गेहूं परिवहन भी सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि उपार्जन केन्द्रों में आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पडे। उनके लिए उपार्जन केन्द्रों में पेयजल एवं छाया की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए।
जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि ई उपार्जन पोर्टल पर कुल 178 उपार्जन केन्द्र सक्रिय रूप से उपार्जन का कार्य कर रहे हैं, इनमें जेव्हीएस गोदाम परिसर स्तरीय 109, शासकीय गोदाम स्तरीय 20, स्टील साइलो स्तरीय 9 एवं समिति स्तरीय कुल 23 उपार्जन केन्द्र तथा मंडी/उपमण्डी स्तरीय 17 केन्द्र संचालित है। बताया गया है कि उपार्जन केन्द्रों पर कुल 33167 किसानों द्वारा स्लॉट बुक किए गए हैं। जिनमें अब तक 21 हजार 204 किसानों ने अपने गेहूं का विक्रय कर चुके हैं। इन किसानों से कुल 2 लाख 37 हजार 387 मे.टन गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। उपार्जित गेहूं का परिवहन सतत रूप से किया जा रहा है। अब तक 2 लाख 17 हजार 386 मे.टन गेहूँ का परिवहन किया गया है। 13 हजार 865 में.टन गेंहू परिवहन हेतु शेष है। इसके साथ ही किसानों को 317.80 करोड़ रुपए का भुगतान सफलतापूर्वक उनके बैंक खातों में किया जा चुका है। आज दिनांक तक एफसीआई को 39 हजार 43 मे.टन गेहूं का परिदान किया जा चुका है। साइलो भंडारण में 47 हजार 550 मे.टन उपार्जित गेहूं का भंडारण किया जा चुका है।
कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को गेहूँ उपार्जन का कार्य सुव्यवस्थित रूप से करने के निर्देश दिए।