बैतूल। महिला सशक्तिकरण की दिशा में मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक ऐतिहासिक और अभिनव पहल की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप जिला प्रशासन बैतूल ने “एसएचजी से स्टार्टअप” अभियान के अंतर्गत चार स्व सहायता समूहों को स्टार्टअप कंपनियों के साथ जोड़ते हुए लगभग 8.50 करोड़ रुपये का निवेश सुनिश्चित किया है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने चारों समूह की महिलाओं को इंटेंट टू इन्वेस्ट” लेटर भी सौंपे हैं और शुभकामनाएं दी हैं।
इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्वरोजगार, उद्यमिता और आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करना है। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत की अहम भूमिका रही है, जिसने स्व सहायता समूहों को युवा उद्यमियों से जोड़कर संयुक्त उपक्रम खड़ा करने में सहयोग दिया।
इको-फ्रेंडली बांस उत्पादों से आत्मनिर्भरता की ओर
बैतूल बेम्बू आजीविका प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से SHG की महिलाएं बांस से बने इको-फ्रेंडली उत्पाद जैसे टूथब्रश, जीभ क्लीनर और टूथपिक का निर्माण करेंगी। यह पहल महिलाओं को न केवल रोजगार प्रदान करेगी, बल्कि प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान को भी बल देगी।
हेरिटेज मदिरा उत्पादन में महिलाओं की भागीदारी
हेवन वेबरेजेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बैतूल जिले में हेरिटेज मदिरा का उत्पादन शुरू किया जाएगा। इस उद्योग में भी महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है, जिससे उन्हें औद्योगिक कौशल और वित्तीय आत्मनिर्भरता प्राप्त होगी।
नेपियर घास से ऊर्जा क्षेत्र में योगदान
अग्रवाल स्टील लिमिटेड के सहयोग से जिले में नेपियर घास की खेती शुरू की जा रही है। इस घास का उपयोग जय ऊर्जा परियोजना के अंतर्गत जैव ईंधन के रूप में किया जाएगा। यह कदम हरित ऊर्जा की दिशा में महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करेगा।
मिलेट फूड प्रोसेसिंग यूनिट से वैश्विक बाज़ार की ओर कदम
स्थानीय स्तर पर उत्पादित मोटे अनाजों (मिलेट) को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए अहमदाबाद की अग्रणी नेचुरल प्रोड्यूसर कंपनी और सतपुडांचल फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी शाहपुर के सहयोग से मिलेट आधारित फूड प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना की जा रही है। इस यूनिट में मिलेट कुकीज़ , पास्ता, नूडल्स, खिचड़ी, इडली, डोसा, उपमा जैसे उत्पाद तैयार किए जाएंगे।
नारी शक्ति की उड़ान
यह अभिनव पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत करती है। एस एच जी से स्टार्टअप की इस यात्रा में महिलाओं को स्वरोजगार के नए अवसर , प्रशिक्षण, बाजार और विकास का मंच मिल रहा है। यह अभियान “लखपति दीदी” के सपने को साकार करने की दिशा में एक ठोस कदम साबित हो रहा है।बैतूल अब ग्रामीण महिला उद्यमिता का प्रेरणादायक केंद्र बनता जा रहा है।

