नर्मदापुरम। संभागीय सोयाबीन उपार्जन समिति की बैठक गुरूवार को नर्मदापुरम संभागायुक्त के.जी. तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें उपायुक्त राजस्व गणेश जायसवाल, संयुक्त उपायुक्त विकास जी.सी. दोहर, उप संचालक कृषि जे.आर. हेडाऊ, सहायक संचालक कृषि एस.एल इवने, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक ज्योति जैन सिंघई, संयुक्त आयुक्त सहकारिता राकेश पाण्डे, जिला विपणन अधिकारी देवेन्द्र यादव, एसएलआर देवशंकर ध्रुवे एवं समिति से संबंधित समस्त अधिकारी उपस्थित रहें। बैठक में संभागायुक्त ने निर्देश दिए किसोयाबीन उपार्जन एवं शासन द्वारा निर्धारित गुणवत्ता एवं नीति युक्त जो प्रावधान किए गए है उसका कडाई से पालन किया जाना सुनिश्चित करें। उपार्जन केन्द्रों में सभी मूल भूत सुविधाएं उपलब्ध रहें। बताया गया कि नर्मदापुरम संभाग के बैतूल, हरदा एवं नर्मदापुरम जिले में सर्वेयर का प्रशिक्षण कर उनकी नियुक्ति कर दी गई है।
उप संचालक कृषि जे.आर. हेडाऊ ने बताया कि नर्मदापुरम जिले में 8 हजार 964 किसानों का पंजीयन हुआ है, वहीं हरदा जिले में 21 हजार 186 एवं बैतूल जिले में 3 हजार 184 कृषकों ने अपना पंजीयन कराया है। नर्मदापुरम जिले में सोयाबीन उपार्जन के लिए 14 उपार्जन केन्द्र स्थापित किए गए है, हरदा में 25 एवं बैतूल जिले में 15 उपार्जन केन्द्र स्थापित किए गए है। बताया गया कि हरदा में अतिरिक्त रूप से 8 उपार्जन केन्द्र, नर्मदापुरम में 01 उपार्जन केन्द्र बनाया जाना है। बताया गया कि नर्मदापुरम जिले में सोयाबीन का रकबा 44 हजार 587 हैक्टेयर, जिला हरदा 1 लाख 71 हजार 671 हैक्टेयर एवं बैतूल में 2 लाख 48 हैक्टेयर है। बताया गया कि सोयाबीन उपार्जन का कार्य 25 अक्टूबर से प्रारंभ होगा जो 31 दिसम्बर तक चलेगा।