मुख्य सचिव ने की सभी कमिश्नर एवं कलेक्टर्स के कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा
नर्मदापुरम/14,अक्टूबर,2024/ प्रदेश के मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी संभाग के कमिशनर, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर्स एवं पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए की आगामी पर्व एवं त्योहारों को देखते हुए जिले में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति चाक चौबंद रहे, जिले में कानून एवं व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था कायम रहे। कहीं से कोई अप्रिय घटना का समाचार ना मिले। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए की सभी कलेक्टर्स एवं कमिश्नर लगातार फील्ड का भ्रमण करें और फील्ड पर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें। मुख्य सचिव श्री जैन ने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों से डीएपी यूरिया के वितरण के दौरान अव्यवस्था की शिकायत मिली है। उन्होंने कहा कि डीएपी एवं अन्य एनपीके खाद वितरण के दौरान 4 से 5 अतिरिक्त काउंटर बनाए जाए। किसानों को व्यवस्थित रूप से खाद का वितरण किया जाए । मुख्य सचिव ने कहा कि डीएपी खाद की जगह एनपीके के उपयोग का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए साथ ही खाद वितरण करने के लिए मार फेड एवं सहकारिता के साथ मिलकर कार्य योजना बनाई जाए। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए की सभी कलेक्टर्स नगद खाद वितरण केंद्र पर किसानो की लाइन व्यवस्थित करवाए। उन्होंने निर्देश दिए कि किसानों के सत्यापन का वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से किया जाए। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि उपज के जो सैंपल रिजेक्ट कर जाते हैं उस उपज का छोटा सा सैंपल अनिवार्य रूप से मंडी में रखा जाए और उस उपज का परीक्षण अनिवार्य रूप से चेक कराया जाए और यह मालूम किया जाए कि क्या उपज वाकई में रिजेक्ट करने के लायक थी। मुख्य सचिव ने कहा कि अधिक से अधिक किसानों का हम गुणवत्तापूर्ण उपज खरीदें इससे किसानों को भी और प्रशासन को भी कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि आसानी होगी।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए की वर्तमान समय में कम्युनिकेशन एक महत्वपूर्ण अंग है, प्रशासन किसानों तक अपना मैसेज पहुंचाएं उनसे संवाद स्थापित करें। सिकमी और बटाईदार किसानो की भी समस्या अनिवार्य रूप से कलेक्टर देखें।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए की कमिश्नर एवं पुलिस महानिरीक्षक संभाग के जिलों में अनिवार्य रूप से भ्रमण करके व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें। मुख्य सचिव ने कहां की कृषि मध्य प्रदेश का प्रमुख उत्पादन है अतः कृषि उत्पादन को बढ़ाने का हर संभव प्रयास किया जाए। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सप्ताह में एक दिन पटवारी मुख्यालय में अनिवार्य रूप से मिले। उन्होंने कहा कि नहरों से पानी जब छोड़ा जाता है तब यह सुनिश्चित किया जाए की पानी टेल एरिया तक अनिवार्य रूप से पहुंचे। उन्होंने जल जीवन मिशन स्कीम के तहत जो कार्य पूर्ण हो गए हैं उनका भी फीडबैक लेने के निर्देश दिए और कहां की पूर्ण हो चुके कार्य भी देखें की नल जल योजना चालू है कि नहीं, पानी पहुंच रहा है कि नहीं। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत पाइप लाइन डालने के लिए जो सड़क खोदी जाती है ऐसी सडकों के गड्ढे भी प्राथमिकता से भरे जाएं।
नर्मदापुरम संभागायुक्त श्री के जी तिवारी ने बताया कि नर्मदा पुरम संभाग के तीनों जिलों में मूर्ति विसर्जन का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। सभी जिलों के कलेक्टर्स द्वारा पटाखों के लाइसेंस का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। कुछ लाइसेंस निरस्त भी किए गए हैं। फटाका विक्रय के लिए भी कार्रवाई की जा रही है और इसमें पर्याप्त सुरक्षा रखी जा रही है। जघन्य अपराधों से संबंधित बैठके भी नियमित रूप से कलेक्टर एवं एसपी के द्वारा की जा रही है। श्री तिवारी ने बताया कि जिले में डीएपी की रैक आने पर प्रशासन को अलर्ट रहना पड़ता है। जिले का किसान संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि रवि के सीजन में नहर से टेल एरिया तक पानी पहुंचे यह बहुत बड़ा चैलेंज है । प्रयास किया जा रहा है कि पानी टेल तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि नहरों की साफ सफाई एवं झाड़ झाड़ी हटाने का कार्य भी किया जाएगा। संभागायुक्त ने बताया कि राजस्व महाअभियान 2.0 के अंतर्गत नामांतरण, बटवारा के प्रकरण प्राथमिकता से हल किए गए हैं। तीनों जिलों में विद्युत की स्थिति ठीक है। किसानों को सिंचाई के लिए विद्युत दिया जा रहा है। ट्रांसफार्मर का कोई इशू नहीं है। धान का पंजीयन चल रहा है। धान नर्मदापुरम और बैतूल जिले में ही कुछ क्षेत्रों में लगाया जाता है। लैडबैंक के अंतर्गत उद्योगों के लिए जमीन चिन्हित की गई है।
पुलिस महानिरीक्षक श्री इरशाद वली ने बताया कि बैतूल में अवैध गोवंश परिवहन पर प्रभावी कार्रवाई की गई है। बैतूल में वन क्षेत्र में जंगल काटने की घटनाएं हो रही है, जिसे प्राथमिकता से रोकने का प्रयास वन विभाग के साथ मिलकर किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए की वन तस्करी पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जनप्रतिनिधियों से सभी कलेक्टर्स कमिश्नर एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों का समन्वय बेहतर रहे। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि चिन्हित अपराधों की रोकथाम की बैठक नियमित रूप से होती रहे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान नर्मदा पुरम संभाग आयुक्त के जी तिवारी, पुलिस महानिरीक्षक इरशाद वली, कलेक्टर सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गुरु करण सिंह, अपर आयुक्त आर पी सिंह जादौन , संयुक्त आयुक्त विकास जी सी दोहर सहित संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।