जिला स्तरीय उपार्जन समिति की समीक्षा बैठक संपन्न
नर्मदापुरम/14,अक्टूबर,2024/ कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय उपार्जन समिति की समीक्षा बैठक में धान और सोयाबीन उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि उपार्जन केंद्रों का निर्धारण कर सूचीबद्ध किया जाए और इन केंद्रों का निरीक्षण आवश्यक रूप से किया जाए।
कलेक्टर ने धान सोयाबीन उपर्जन के पंजीयन के सत्यापन की भी विस्तारपूर्वक समीक्षा की। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि धान एवं सोयाबीन उपार्जन पंजीयन का सत्यापन प्राथमिकता से किया जाए।
जिला उपार्जन समिति द्वारा अवगत कराया गया कि धान उपार्जन के लिए खाद्य विभाग एवं नान उपार्जन प्रक्रिया संपन्न कराएंगे इसी प्रकार सोयाबीन उपार्जन का कार्य कृषि एवं मार्कफेड विभाग द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा।
कलेक्टर ने नागरिक आपूर्ति निगम नर्मदापुरम को निर्देशित किया है कि उपार्जन उपरांत उपार्जित स्कंद का परिवहन किए जाने के लिए परिवहनकर्ता से अनुबंध भी किया जाना सुनिश्चित करें। उपार्जन केंद्रों पर भी सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित कराई जाए।
कलेक्टर ने मूंग भुगतान की समीक्षा करते हुए अब तक हो चुके भुगतान तथा शेष भुगतान की जानकारी ली। डीआरसीएस नर्मदापुरम द्वारा बताया गया कि अब तक कुल 1491 करोड रुपए के विरुद्ध 1489.3 करोड रुपए का भुगतान किसानों के खातों में सफलतापूर्वक किया गया है। इसके अलावा लगभग 1.62 करोड रुपए का भुगतान शेष है। जिसमें 1 करोड़ 15 लख रुपए के फेल्ड ट्रांजैक्शन को रिपुश किया जाना लंबित हैं।
कलेक्टर ने शीघ्र भुगतान किए जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए तथा सहायक संचालक एग्रीकल्चर को निर्देशित किया है कि पोर्टल पर आ रही समस्याओं में भी सुधार करवाएं। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि इस बात का विशेष ध्यान दिया जाए कि समिति स्तर पर किसी भी प्रकार के भुगतान संबंधी प्रकरण लंबित न रहे। कलेक्टर ने सहायक संचालक कृषि को निर्देश दिए हैं कि अमानक खाद बीज के विरुद्ध कार्यवाही जारी रखी जाए।
कलेक्टर ने जिले में खाद की उपलब्धता की भी विस्तार पूर्वक समीक्षा की। जिला विपणन अधिकारी द्वारा जिले के डबल लॉक गोदाम पर उपलब्ध खाद एवं उर्वरक के संबंध में कलेक्टर को अवगत कराया गया। कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि डबल लॉक गोदाम पर सुविधाजनक तरीके से खाद वितरण किया जाना सुनिश्चित करें तथा आवश्यकता अनुसार कर्मचारियों की तैनाती भी की जाए। जिला विपणन अधिकारी जिले के अन्य डबल लॉक गोदाम का निरीक्षण भी करें। इसके अलावा उपार्जन पूर्व समितियों में उपलब्ध व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया जाना सुनिश्चित करें।