उच्‍च स्‍तरीय सुवि‍धाओं को हमेशा सही संचालन के स्थिति में रखें – कलेक्‍टर

एसपीएम द्वारा जिला चिकित्‍सालय को दी गई 1 करोड से अधिक की चिकित्‍सा सुविधाओं का लोकार्पण किया गया

नर्मदापुरम। प्रतिभूति कागज कारखाना एसपीएम नर्मदापुरम द्वारा अपने सामाजिक दायित्‍वों के निर्वहन के अंतर्गत सीएसआर के तहत जिला चिकित्‍सालय को 1 करोड से अधिक की चिकित्‍सा सुविधाएं प्रदान की गई है। जिसमें अत्‍याधुनिक संसाधनों से युक्‍त एम्‍बुलेंस, एडवांस लाईफ सपोर्ट सिस्‍टम एवं अन्‍य चिकित्‍सा उपकरण शामिल है। गुरूवार को जिला चिकित्‍सालय में आयोजित कार्यक्रम में 1 करोड से अधिक के उपकरणों का लोकार्पण किया गया। कलेक्‍टर सोनिया मीना ने इस अवसर पर उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि एसपीएम द्वारा विभिन्‍न सामाजिक एवं स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र के विभिन्‍न संसाधन एवं सामग्री की सहायता दी जाती रही है। अब हमारा दायित्‍व हो गया है कि हम इन दिए गए अत्‍याधुनिक चिकित्‍सा उपकरणों को हमेशा संचालन की स्थिति में रखें और जिला चिकित्‍सालय के स्‍टाफ को इसके लिए प्रशिक्षित करें ताकि जनता इनका समुचित उपयोग कर सकें। एसपीएम के मुख्‍य महा प्रबंधक वेंयकटेस कुमार ने एसपीएम की सीएसआर गतिविधियों के संबंध में विस्‍तार से जानकारी देते हुए बताया कि एसपीएम द्वारा सामाजिक दायित्‍व के कई कार्यक्रम चलाए जा रहें है एवं जिले के ग्रामीण अंचलों को भी विभिन्‍न सुविधाएं प्रदान करने में आगे आ रही है।

      मुख्‍य चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी डॉ. दिनेश देहलवार ने एसपीएम के द्वारा सीएसआर के तहत किए जा रहें कार्यो की सराहना की। इस अवसर पर अत्‍या‍धुनिक चिकित्‍सा सुविधाओं से लेंस एम्‍बुलेंस का लोकार्पण किया गया। एसपीएम के जनसंपर्क अधिकारी संजय भावसार ने बताया कि जिला चिकित्‍सालय को अत्‍याधुनिक चिकित्‍सा सुविधाओं से सुसर्जित करने की दिशा में यह एक महत्‍वपूर्ण कदम है।

      कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ महेश्‍वरी ने हर चिकित्‍सा उपकरण का उपयोगिता का विस्‍तृत विवरण दिया और बताया कि यह सुविधाएं जिला चिकित्‍सालय के लिए एक सौगात है। डिप्‍टी कलेक्‍टर डॉ बबीता राठौर के मार्गदर्शन में संपूर्ण कार्यक्रम संचालित किया गया। कार्यक्रम में एसपीएम के मानव संसाधन प्रमुख श्री अशेष अभिनाषी, एजीएम अमित कुमार,  व्‍योम त्रिपाठी, श्री पलनी कुमार, वित्‍त प्रमुख विवेक तनेजा,  गोविंद रघुवंशी एवं जिला चिकित्‍सालय का स्‍टाफ मौजूद था।

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