सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैंसदेही के इंटीग्रेटेड हेल्थ केम्प में 228 हितग्राही हुए लाभान्वित

भैंसदेही। मध्यप्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति भोपाल के निर्देशानुसार मध्य प्रदेश एड्स नियंत्रण सोसायटी भोपाल की सहायक संचालक श्रीमती मोनल सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश परिहार, जिला नोडल अधिकारी डॉ आनंद मालवीय की उपस्थिति में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैंसदेही में इंटीग्रेटेड हेल्थ केम्प आयोजित किया गया।

       हेल्थ केम्प में ब्लड शुगर, बीपी, एचआईवी, सिफिलिस, टीबी एवं हेपेटाइटिस बी की स्क्रीनिंग एवं चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया। इस अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया जिसमें 25 यूनिट रक्त संग्रहित हुआ। काउंसलर सह डाटा मैनेजर श्री दिनेश भावरकर द्वारा ग्रुप काउंसलिंग कर एचआईवी एवं एड्स, एसटीआई, हेपेटाइटिस एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान की गई। पोस्टर और लीफलेट के माध्यम से आमजन को जागरूक किया गया और आईईसी के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान की गई। उच्च जोखिम अवस्था वाले हितग्राहियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घोड़ाडोंगरी एवं जिला चिकित्सालय बैतूल रेफर किया गया, ताकि उन्हें आगे की जांच और उपचार के लिए आवश्यक सुविधाएं मिल सकें। हेल्थ केम्प में 228 हितग्राही लाभान्वित हुए।

       शिविर में मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ स्वाति बरखडे, चिकित्सा अधिकारी डॉ महेश कुमार राणे, बीईई सुरेश सोनारे, बीपीएम सतीश भूमरकर, काउंसलर सह डाटा मैनेजर दिनेश भावरकर, बीसीएम बुद्धू भुसुमकर, आईसीटीसी काउंसलर श्रीमती अनीता लोखंडे, डीएसआरसी काउंसलर श्रीमती शिल्पी कश्यप, लैब टेक्नीशियन गणेश साकरे, अदिति खंडारे, सिंधु नरवरे, छाया ठाकरे, लैब टेक्नीशियन बलदेव साकरे, संजय ठाकुर, पिंकी कुमरे, फार्मासिस्ट ओम नारायण यादव, प्रकाश तायडे, एमटीएस बलवंत राव पवार, कोमल सिंह वडीवा, मंगल देशमुख, दीपिका शीलू, एएनएम धर्माती ठाकरे, सपना धुर्वे, ललिता बिसोने, लक्ष्य गत हस्तक्षेप परियोजना से प्रबंधक श्री निर्देश मदरेले, श्री वैभव मालवी, संजय लोखंडे, भाग्यश्री पालमपुरिया, अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता एवं जनसमुदाय मौजूद रहा।

एआरटी सेंटर जिला चिकित्सालय बैतूल का किया निरीक्षण

       सहायक संचालक मध्य प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति श्रीमती मोनल सिंह द्वारा ए.आर.टी, आईसीटीसी, ब्लड बैंक एवं डीएआरसी का निरीक्षण किया गया। ब्लड बैंक की सूक्ष्मता से जांच की गई एवं ब्लड बैंक से निकलने वाले रिएक्टिव पेशेंट का प्रॉपर फॉलोअप करने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने निर्देशित किया कि जो पेशेंट रिएक्टिव निकलता है उस पेशेंट को कंफर्मेशन के लिए आईसीटीसी भेजें अगर वह पॉजिटिव आता है तो जब तक वहां एआरटी लिंक नहीं होता है, पेशेंट का फॉलोअप करते हुए उसके आंकड़े संधारित करना है। उनके द्वारा एआरटी सेंटर जिला चिकित्सालय बैतूल का भी निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए गए।

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