स्वास्थ्य खराब होने पर 15 दिनों तक करेंगे विश्राम
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम में प्राचीन श्री जगदीश मंदिर के महंत श्री नारायण दास जी ने बताया कि दिनांक 22 जून 2024 को शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के दिन भगवान जगन्नाथ जी का महास्नान एवं महाआरती विगत दशकों से यह प्रथा चली आ रही है। भगवान जगन्नाथ जी का महास्नान दिनांक 22 जून को प्रातः 7.30 प्रारंभ होकर 10 बजे तक यजमानों द्वारा कराया गया। महास्नान पंचामृत जैसे दूध, दही, घी, शहद, शक्कर एवं नर्मदा जल से नगर के श्रद्धालुओं एवं मंदिर प्रबंधन द्वारा किया गया तत्पश्चात महाआरती की गई। स्नान के बाद भगवान जगन्नाथ का स्वास्थ्य खराब होना माना गया है जिसके कारण भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा एवं भाई बलदाऊ 15 दिनों तक सिंहासन पर विराजमान न होकर अपने शयन कक्ष में विश्राम करते हैं। जिसमें नगर के वैद्य श्री गोपाल प्रसाद खड्डर जी द्वारा भगवान के स्वास्थ्य लाभ के लिए जड़ी बूटी का इंतजाम कर समय समय पर वैद्य जी द्वारा बताए समय पर औषधी दी जाती है। महास्नान में मुख्य यजमान सत्येन्द्र तिवारी, हंस राय, अखिलेश खण्डेलवाल, रूपेश मालवीय, कृष्णकांत पाराशर, अभिषेक शुक्ला, मुख्य पूजारी विजय त्रिपाठी, निरजेश त्रिपाठी, राजेन्द्र दुबे, चैतन्य शर्मा, संतोष राजपूत सहित नगर के श्रद्धालूजन एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।