सतपुड़ा टाईगर रिर्जव परिक्षेत्र की है घटना
नर्मदापुरम। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में परिक्षेत्र कामती के अंतर्गत वीट मढ़ई में लगभग 1 माह पूर्व एक नर बाघ अस्वस्थ्य अवस्था में देखा गया था, उसे स्वाभाविक रूप से चलने में असुविधा हो रही है ऐसा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मानीटरिंग सेल अर्थात हाथी एवं पैदल गश्ती दल द्वारा बताई गई। उक्त जानकारी मिलने पर सतत नर बाघ की निगरानी कर उसके उपचार करने की कार्यवाही की गई और यह सफलता 23 मई को मिली। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क वन्यप्राणी चिकित्सक की टीम द्वारा नर बाघ को निश्चेत करने में सफल हुए। इसके पश्चात विशेषज्ञों की टीम ने उक्त नर बाघ को एक्सरे लिया जिसमें कोई गंभीर बीमारी नही पाई गई। नर बाघ का वन्यप्राणी ट्रस्ट के सहयोग से आवश्यक उपचार किया गया। क्षेत्र संचालक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व एल कृष्णमूर्ति ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि जहाँ उक्त नर बाघ का बचाव सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के निर्देशन में पार्क प्रबंधन के अधिकारियों/कर्मचारियों, वन्यप्राणी संरक्षण ट्रस्ट एवं शोसल फार बाइल्ड लाईफ एंड हैल्थ जबलपुर के विशेषज्ञों द्वारा इस चुनौती पूर्ण कार्य को पूर्ण करने में सफलता पाई वे सभी बधाई के पात्र है। उन्होंने चिकित्सा विशेषज्ञो क उक्त सराहनीय सहयोग की सराहना की। नर बाघ अब पूर्णरूप से स्वस्थ है।