बैतूल। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रविकांत उइके ने बताया कि गुरुवार को होटल कुणाल में आयोजित प्रेस वार्ता में 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान (7 दिसम्बर 2024 से 23 मार्च 2025 तक) एवं निरोगी काया अभियान की जानकारी दी गई।
जिला क्षय अधिकारी डॉ आनंद मालवीय ने बताया कि अभियान के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, आरोग्य मंदिरों में प्रतिदिन शिविर लगाकर टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है। टीबी के मरीजों को मिलने वाली निःशुल्क दवाइयां एवं नि-क्षय पोषण योजना के अंतर्गत प्रतिमाह शासन द्वारा पोषण आहार के लिये 1 हजार रुपए राशि तथा प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान के अंतर्गत सामुदायिक सहायता से पौष्टिक आहार फूड बास्केट प्रदाय किये जा रहे हैं। वर्ष 2025 में जिले को टीबी मुक्त बनाने में योगदान देने के लिए पत्रकारगणों से आग्रह किया गया।
डॉ.मालवीय द्वारा क्षय रोग के जीवाणु माइक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस तथा क्षय रोग के संक्रमण राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत दी जा रही सेवाओं की जानकारी दी गई। उन्होंने फैफड़ो के क्षय रोग, फैफड़ों के बाहर का क्षय रोग की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने संभावित टीबी मामलों की पहचान, सघन केस फाइंडिंग, बलगम परीक्षण, नैदानिक उपकरण, डाट्स की व्यवस्थित रणनीति आदि की भी जानकारी दी।
डॉ मालवीय ने बताया कि अभियान के दौरान उच्च जोखिम वाली 4,13,330 जनसंख्या की स्क्रीनिंग की जानी थी, लक्ष्य की पूर्ति करते हुये 4,23,698 जनसंख्या की स्क्रीनिंग की गई जो कि 103 प्रतिशत है। अभियान के दौरान 14,184 उच्च जोखिम जनसंख्या वाले टीबी संभावित मरीजों के एक्स-रे किये गये। स्पुटम के लिये 16,086 उच्च जोखिम जनसंख्या वाले टीबी संभावित मरीजों की नॉट टेस्टिंग की गई। एक्स-रे एवं स्पुटम परीक्षण के पश्चात् जिले में 427 पॉजिटिव टीबी मरीजों का इलाज प्रारंभ किया गया। अभियान के दौरान नये एवं पुराने मरीजों को नि-क्षय पोषण योजना के अंतर्गत 701 बेनीफिट प्रदान किये गये। अभियान के दौरान 505 नये नि-क्षय मित्रों का पंजीयन किया गया। 505 नये बने नि-क्षय मित्रों द्वारा 453 फूड बास्केट टीबी का उपचार ले रहे मरीजों को प्रदान किये गये। अभियान के दौरान 5,266 नि-क्षय शिविरों का जिले में आयोजन किया गया।
निरोगी काया अभियान की दी जानकारी
जिला मीडिया अधिकारी श्रीमती श्रुति गौर तोमर ने निरोगी काया अभियान की जानकारी देते हुये बताया कि यह अभियान 20 फरवरी से 31 मार्च 2025 तक संचालित किया जाएगा। अभियान में 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों का मधुमेह, उच्च रक्तचाप एवं एनएएफएलडी (नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर) की 100 प्रतिशत स्क्रीनिंग एवं रीस्क्रीनिंग की जाएगी। अर्थात तीन बड़ी बीमारियों, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और लीवर में फैट की स्थिति देखी जाएगी। अभियान के तहत जिले के 354 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (उप स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक) पर हेल्थ केम्प लगाये जाएगे। आशा कार्यकर्ता और एएनएम घर-घर जाकर 30 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर आने के लिये प्रेरित करेंगी तथा आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्वास्थ्य संस्थाओं में उनकी स्क्रीनिंग/रीस्क्रीनिंग की जाएगी। मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप के चिन्हित हितग्राहियों को निशुल्क दवाइयां वितरित की जाएगी।
इस अवसर पर उप जिला मीडिया अधिकारी महेशराम गुबरेले, जिला पीएमडीटी समन्वयक प्रमोद दरवाई, शाखा प्रभारी परिवार कल्याण भगत सिंह उइके, फार्मासिस्ट उमेश परपाची एवं प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार गण मौजूद रहे।

