सहकारी बैंक वसूली में तेजी लाएं, लापरवाही पर की जाएगी सख्त कार्यवाही: कलेक्टर एवं प्रशासक सुश्री सोनिया मीना

नर्मदापुरम।  कलेक्टर सुश्री मीना ने की जिला सहकारी बैंक अंतर्गत वसूली की समीक्षा नर्मदापुरम कलेक्टर एवं प्रशासक जिला सहकारी बैंक सुश्री सोनिया मीना ने विगत दिवस जिला सहकारी बैंक की वित्तीय स्थिति और वसूली की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने बैंक के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं कि वसूली में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए। बैंक की वित्तीय स्थिति बैंक के कालातीत ऋणों की वसूली पर ही निर्भर है। अधिकारी/कर्मचारी वसूली के लिए विशेष प्रयास करें। उन्होंने कर्मचारी एवं उनके परिजनों पर बकाया राशि प्राथमिकता से वसूल करने के निर्देश दिये गये। अन्यथा कर्मचारियों पर सेवानियम अंतर्गत कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। वसूली में किसी भी प्रकार की उदासीनता बरतने पर अधिकारी/कर्मचारियों पर सेवानियमों के तहत कार्यवाही की जाएगी।

      उपायुक्त सहकारिता श्री शिवम मिश्रा ने बताया कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित नर्मदापुरम द्वारा प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से खरीफ एवं रबी फसल ले लिए अपने कृषक सदस्यों को फसल ऋण वितरण किया जाता है। 26 जनवरी की स्थिति पर कृषक सदस्यों की ओर बकाया कालातीत ऋण 74.35 करोड़ एवं नियमित ऋण 173.62 करोड़ बकाया है।उक्त बकाया ऋणों की वसूली हेतु बैंक द्वारा मुहिम चलाई जा रही है जिसके तहत कालातीत ऋणी सदस्यों से प्रत्यक्ष सम्पर्क हेतु सम्पर्क रजिस्टर तैयार कर, प्रतिदिन संपर्क कर वसूली प्राप्त की जा रही है। दिनांक 19.11.2023 से दिनांक 31 जनवरी तक कालातीत ऋणी सदस्यों से संपर्क कर 3.57 करोड़ की वसूली प्राप्त की गई है। इसी प्रकार नियमित सदस्यों से भी सतत संपर्क कर 6.74 करोड़ की वसूली प्राप्त की गई है। साथ ही धान लिंकिंग से भी 5.20 करोड़ की वसूली की गई है। इस प्रकार कुल मांग 247.97 करोड़ के विरुद्ध 36.94 करोड़ की वसूली की गई है जो मांग का 14.89 प्रतिशत है।

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