गणितखेला में खिलखिलाये बच्‍चे आनंद से

इटारसी। दशकों से गणित को सबसे कठिन विषय माना जाता रहा है । बोझिल माने जाने वाले गणित विषय को आनंद के साथ जोड़ने के लिये बृहस्‍पति साइंस नेटवर्क के डायरेक्‍टर राजेश पाराशर ने खेल , पहेलियां और कहानियों का इस्‍तेमाल करते हुये गणितखेला का आयोजन किया । गणित के जादूगर माने जाने वाले भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती पर मनाये जाने वाले राष्‍ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में बच्‍चों ने जब गणित के खेल खेले तो वे कठिन माने जाने वाले गणित का गुणगान करने लगे ।

जुझारपुर के आदिवासी विकास विभाग के स्‍कूल के बच्‍चों ने 400 वर्ग फीट की रामानुजन मेजिक स्‍केवर में 16 बॉक्‍स में अंको को इस प्रकार समायोजित किया कि हर पंक्ति या कॉलम या कर्ण की संख्‍या का योग 139 ही आया । यहां तक कि कोने के चार अंकों या बीच के 4 अंको को जब जोड़ा गया तब भी महायोग 139 ही था । राजेश पाराशर ने बताया कि मेजिक स्‍केवर की पहली लाईन में  रामानुजन की जन्‍म तिथि 22 दिसम्‍बर 1887 को अंकों में  लिखा गया था । इस प्रयोग के बाद बच्‍चों एवं शिक्षकों ने अपनी स्‍वयं की जन्‍मतिथि के आधार पर भी  मेजिक स्‍केवयर में अंक लिखकर इस चमत्‍कार को दिखाया ।

गणितखेला में ई बी बी गांधी , एम एस नरवरिया निर्णायक के रूप में थे । विशिष्‍ट अतिथि के रूप में  इंडियन ऑयल देहरी डिपों के अधिकारी श्री निशांत यादव उपस्थित थे । कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य ओ पी चौरे के साथ अन्‍य शिक्षक उपस्थित थे । कैलाश पटेल तथा हरीश चौधरी ने सहयोग किया । इस कार्यक्रम में गणित को जीवन की स्थितियों से जोड़ने के बारे में संदेश दिया गया ।

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