संवेदनशील व्यवहार ही महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन दे सकता है – डॉ हंसा व्यास
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले के शासकीय नर्मदा महाविद्यालय में आये दिन छात्र एवं छात्राओं के भविष्य को देखते हुए नवाचार किये जा रहे है इसी तारतम्य में मध्यप्रदेश टूरिज्म, जिला प्रशासन द्वारा नर्मदापुरम में विभिन्न पर्यटन स्थलों की जानकारी एवं महिला हेतु सुरक्षित पर्यटन के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण इंडियन ग्रामीण सर्विसेज द्वारा कराया जा रहा है। प्रशिक्षण प्राचार्य डॉ अमिता जोशी के मार्गदर्शन में एवं डॉ हंसा व्यास द्वारा नर्मदापुरम पर्यटन को प्रमोट करने के लिए विद्यार्थियों को नर्मदापुरम मुख्यालय पर स्थित पर्यटन स्थलों के इतिहास की वृहद जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। उनके द्वारा व्यवहार कौशल एवं सम्प्रेषण कौशल पर विद्यार्थियों से चर्चा की गई साथ ही पर्यटन स्थलों पर गाइड का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही पोस्टर, बेग, ब्रोशर, मग, बनाने की भी जानकारी दी जा रही है। जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के पर्यटन प्रबंधक मनोज सिंह ठाकुर ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड एवं जिला प्रशासन द्वारा पर्यटन को बढ़ावा दने को लेकर लगातार गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। जिससे पर्यटकों की आवाजाही में बढ़ोतरी हो सके एवं महिला हेतु सुरक्षित पर्यटन के लिए महिलाओं को विभिन्न प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं। प्राध्यापक डॉ कल्पना विश्वास ने पर्यटन का अर्थ और उसका महत्व समझाया कार्यशाला में पैसा एक्ट से अरविंद धुर्वे, इंडियन ग्रामीण सर्विसेज से रोहित सोनवानी, वैष्णवी मांझी, शांति मांझी, मनोज टेकाम, अपूर्वा, धर्मेंद्र, पाखी, अमन मेहरा नवनीत गौर, समीक्षा तिवारी, मेघा मीना, रूक्मणी अहिरवार, मुस्कान, धर्मेन्द्र, अतुल चौहान, अम्बिका राजपूत, पुरूषोतम अहिरवार आदि विद्यार्थी उपस्थित रहे।