अपर आयुक्त ने ली विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक
नर्मदापुरम। कृषि विभाग जिले में आयोजित किए जाने वाले कृषि मेलो एवं किसान खेत पाठशाला का व्यापक प्रचार प्रचार करें, जिससे किसानों को कृषि की उन्नत तकनीक के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। कृषि मेले में श्री अन्न मिलेट का भी प्रदर्शन किया जाता है इसकी जानकारी से भी कृषकों को अवगत कराया जाए। किसानों को श्री अन्न का उत्पादन लेने के लिए प्रेरित किया जाए। उक्त निर्देश बुधवार को नर्मदापुरम संभाग के अपर आयुक्त श्री आरपी सिंह जादौन ने कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, मार्कफेड, जिला मत्स्य विभाग, जिला उद्यानिकी विभाग, पशु चिकित्सा एवं पशुपालन विभाग की संभागीय मासिक समीक्षा बैठक में दिए। अपर आयुक्त ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी गण डीएपी खाद की जगह एनपीके के उपयोग की जानकारी से जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से अवगत कराए। उन्होंने सहकारी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उन्हें शासन द्वारा तहसीलदार की शक्ति दी गई है अतः वे रिकवरी के गति बढ़ाएं। उन्होंने जिला मत्स्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह मत्स्य किसानों के केसीसी शत प्रतिशत बनाने का लक्ष्य पूरा करें। जिला उद्यानिकी विभाग की उपसंचालक रीता उइके को निर्देश दिए कि वह जिले के किसानों को बाराबंकी जिले के नवाबगंज तहसील के ग्राम दौलतपुरा ग्राम के उद्यानिकी फार्म का भ्रमण अवश्य कराए उल्लेखनीय है कि जिले के किसान लखनऊ का भ्रमण करने वाले हैं। अपर आयुक्त ने निर्देश दिए कि लखनऊ के साथ ही बाराबंकी का भी भ्रमण किसानों को कराया जाए। बैठक में अपर आयुक्त ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह किसानों के बीच फसलों की नई किस्म का डिमांडटेशन अवश्य करें, साथ ही डिमांडटेशन की जानकारी से कृषकों को अवगत कराने के लिए इसका व्यापक प्रचार प्रसार भी करें। अपर आयुक्त ने रबि सीजन के आगामी कार्यक्रम की जानकारी लि और कहां की किसानों के बीच फसल की नई किस्मों का डेमो प्रदर्शन हर बार प्राथमिकता से किया जाए। बताया गया कि इस वर्ष पूसा अरहर 16 का डिमाडटेशन किया गया है, यह 4 महीने में पक जाने वाली क्राफ्ट है। साथ ही इस बार कुछ किसानों ने इसे लगाया है।
अपर आयुक्त ने निर्देश दिए की नई क्राफ्ट के किस्म की सफलता की कहानी अनिवार्य रूप से बनाई जाए और इसका भी व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग रबि एवं खरीफ में दिए गए लक्ष्य के विरुध कितने लक्ष्य को पूरा किया है, उसकी जानकारी से अनिवार्य रूप से अवगत कराए। बताया गया की दलहनी फसल मूंग उड़द चना अरहर का बीज कृषि विभाग द्वारा अनुदान में किसानों को दिया जाता है, साथ ही पंपसेट भी अनुदान में उपलब्ध कराया जाता है। बताया गया कि आगामी दिनों में पचमढ़ी महोत्सव के दौरान पचमढ़ी में फूड फेस्टिवल एवं कृषि मेला का आयोजन किया जाएगा, जहां पर श्री अन्न मिलेट् अर्थाथ मोटा अनाज का प्रदर्शन किया जाएगा और किसानों को श्री अन्न लगाने के लिए सभी जानकारी मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के संबंध में जानकारी ली। अपर आयुक्त ने जिले में फसल नुकसानी की स्थिति जानी। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में फसल नुकसान नहीं है, साथ ही मांग के अनुसार यूरिया की रैंक आते रहती है। डीएपी की जगह एनपीके का उपयोग करने की समझाइए किसानों को दी जा रही है। बताया गया कि नगद खाद्य वितरण केंद्र में इस बार काउंटर बढाये जाएंगे।
अपर आयुक्त ने सहकारिता विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए की, सहकारी संस्थाओं में फर्टिलाइजर की उपलब्धता की स्थिति को अधिकतम रखा जाए तथा उन्होंने धारा 84 में डिफॉल्टर लोगों से रिकवरी करने के लिए नोटिस देने के निर्देश दिए और कहां की रिकवरी की गति बढ़ाई जाए। अपर आयुक्त ने कहा कि न्यूनतम वसूली से पहले शुरुआत करें क्योंकि न्यूनतम वसूली आसान है। बताया गया की नर्मदापुरम जिले में 6 सहकारी समिति में जन औषधि केंद्र स्थापित किए जाने हैं, जिसके लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं।
अपर आयुक्त ने उद्यानिकी विभाग की समीक्षा के दौरान मशरूम यूनिट, ग्रीनहाउस स्ट्रक्चर , पाली हाउस, प्लास्टिक मंचीन आदि के समीक्षा की। बताया गया कि विभाग द्वारा धनिया बीज पर कृषकों को अनुदान दिया जाता है। दो हेक्टेयर क्षेत्र के किसानों को सीड भी प्रदान की जाती है। अपर आयुक्त ने मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए की केसीसी में दिए गए लक्ष्य की शत प्रतिशत पूर्ति की जाए। बताया गया कि नर्मदापुरम जिले में पुराने फार्मर है जो मछली पालन कर रहे हैं। साथ ही शासकीय हैचरी है जो चालू कंडीशन में है।
अपर आयुक्त ने पशु पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए की सभी पशु स्वास्थ्य केंद्र संस्थाएं नियमित समय पर खुल रही है कि नहीं इसकी संबंधित अधिकारी रैंडमली चेकिंग करें। बताया गया की 1962 एम्बुलेंस चलित पशु चिकित्सा इकाई तीनों जिलों में सक्रिय है, इसमें बहुत ही नॉमिनल शुल्क लेकर पशुओ का उपचार किया जाता है। बीमार पशुओं का उपचार करने एवं देखने के लिए एंबुलेंस घर तक आती है। अपर आयुक्त ने निर्देश दिए की पशु एंबुलेंस का अधिक से अधिक व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए, पशुपालकों को अपने बीमार पशुओं का उपचार करने के लिए एंबुलेंस का उपयोग करने की समझाइए दी जाए। बैठक में अपर आयुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने गोवंश रक्षा वर्ष घोषित किया है, हर माह गौवंश रक्षा से संबंधित एक कार्यक्रम अनिवार्य रूप से आयोजित किया जाए।
बैठक में संयुक्त आयुक्त विकास जी सी दोहर, संयुक्त संचालक कृषि बीएल बिलैया, उपसंचालक कृषि जे आर हेडाऊ, संयुक्त आयुक्त सहकारिता राकेश पांडे, डीआरसीएस शिवम मिश्रा, उपसंचालक उद्यानिकी श्रीमती रीता उइके, जिला मत्स्य अधिकारी वीरेंद्र चौहान सहित संभाग के तीनों जिलों के संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।