नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले में डेंगू के प्रसार की प्रभावी रोकथाम हेतु कलेक्टर नर्मदापुरम सुश्री सोनिया मीना के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिदिन डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में रोकथाम हेतु कार्यवाही की जाती है। आगामी दिनों में डेंगू के फैलाव को रोकने हेतु आज दिनांक 14-09-24 को एक महाअभियान के रूप में एकसाथ नर्मदापुरम जिले के सभी विकासखंडों के ग्रामों एवं शहरी वार्डो में लार्वा विनिष्टिकरण एवं अन्य डेंगू प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की तथा आम जन को डेंगू से बचाव व रोकथाम के उपायों की जानकारी दी गई। इस दौरान जिला मलेरिया अधिकारी सहित अन्य अधिकारी फील्ड पर उपस्थित रहे l इसी प्रकार का अभियान पूर्व में दिनांक 04-09-24 को भी चलाकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा व्यापक स्तर पर लार्वा नष्ट कराया गया था।
स्वास्थ्य प्रभारी डिप्टी कलेक्टर डॉ बबिता राठौर ने आमजन से अपील की है कि डेंगू की रोकथाम हेतु घर के आसपास पानी न जमा होने दे। रुके हुये पानी की निकासी करे। यदि निकासी संभव न हो तो मिट्टी का तेल या जला हुआ तेल डाल दे। शाम को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करे। घर के खिडकी दरवाजे में मच्छर रोधी जाली लगवाये, पूरी आस्तीन के कपड़े पहने कूलर, टंकी, होज, नांद, तथा पानी के कंटेनरो की सप्ताह में एक बार सफाई अवश्य करें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश देहलवार एवं जिला मलेरिया अधिकारी अरूण श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया की डेंगू एक आम वायरल रोग है, जोकि एडीज नामक मच्छर के काटने से फैलता है। यह एक काले रंग का मच्छर है, जिस पर सफेद रंग के स्पॉट्स होते है।
डेंगू में तेज बुखार के साथ बदन दर्द, जोड़ों में दर्द, पेट दर्द,सिर दर्द के साथ आंखो में दर्द होता है। साथ ही त्वचा पर लाल चकत्ते या दाने जैसे निशान होने लगते हैं। उल्टी व गंभीर स्थिति में नाक या मुंह से खून आ सकता है। डेंगू के मच्छर घरो के आस-पास जमा पानी, कूलर, गमले, सीमेन्ट की टंकी, पानी की होज, छत पर रखी टंकिया, मटके, टायर आदि में जमा पानी में पनपते है।
डेंगू होने पर घबराएं नहीं,यह एक आम वायरल बुखार है जो थोड़ी सावधानी बरतने पर आसानी से ठीक हो जाता है। बुखार आने पर मच्छरदानी में विश्राम करें, पानी का सेवन अधिक मात्रा में करें, ब्लड प्लेटलेट्स की जांच कराते रहे,दर्द निवारक दवा का सेवन न करे तथा चिकित्सक के परामर्श से ही दवा का सेवन करें।