नर्मदापुरम। विधानसभा निर्वाचन 2023 के अंतर्गत 3 दिसम्बर को होने वाले मतगणना कार्य के लिए नियुक्त मतगणना अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। शुक्रवार को कलेक्टरेट कार्यालय के स्थित सभाकक्ष में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षकों ने भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार नियमों का पालन करते हुए मतगणना की प्रक्रिया पूरी करने के लिए बारीकियां बताई। प्रशिक्षकों ने मतगणना के संबंध में प्रमुख वैधानिक प्रावधानों, नियमों तथा मतगणना के दौरान बरती जाने वाली जरूरी सावधानी एवं विभिन्न प्रारूपों में दी जाने वाली जानकारियों के संबंध में बताया।
उन्होंने बताया कि विधानसभावार 14 टेबल में मतों की गणना की जाएगी। प्रत्येक टेबल में राजपत्रित अधिकारी स्तर के एक अधिकारी को सुपरवाईजर बनाया जाएगा। इसके साथ ही गणना सहायक तथा माइक्रो आब्जर्वर भी होंगे। इन अधिकारियों को तीन चरण के रेण्डमाईजेशन के पश्चात् नियुक्त किया जाएगा। प्रशिक्षण में बताया गया कि मतगणना स्थल मोबाईल ले जाना पूर्णतः वर्जित रहेगा।
रेण्डमाईजेशन प्रक्रिया, स्ट्रांग रूम के खोले जाने, स्ट्रांग रूम से मतगणना स्थल तक ई.व्ही.एम. का परिवहन, मतगणना हॉल की व्यवस्था सहित संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया की वीडियोग्राफी के लिए सीसीटीवी का उपयोग किया जाएगा। मतगणना कार्य को सफलतापूर्वक संपादित करने हेतु अधिकारियों को अनुशासन व शिष्टाचार के साथ मतगणना की बारीकियों के संबंध में गहन प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान मतगणना के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों की जानकारी देते हुए उनका शत- प्रतिशत् पालन सुनिश्चित करने को कहा गया। इसके साथ ही आवश्यकता पड़ने पर पुर्नगणना आदि की प्रक्रियाओं एवं निर्देशों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण में मतगणना के दौरान भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त किए गए प्रेक्षकों की भूमिका के संबंध में भी जानकारी दी गई।
जिला निर्वाचन अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने मतगणना कार्य को सफलतापूर्वक संपादित करने के लिए प्रशिक्षण में दी जा रही जानकारियों को गंभीरतापूर्वक ग्रहण करने तथा किसी भी प्रकार की दुविधा होने पर तत्काल प्रश्न करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि त्रुटिरहित मतगणना के लिए यह अत्यंत आवश्यक है, कि सभी नियमों को भलीभांति ज्ञान हो।
नेशनल लेवल मास्टर ट्रेनर पंकज दुबे, मास्टर ट्रेनर राजेश जैसवाल द्वारा डाक मत पत्रों की गणना, ई.व्ही.एम. में दर्ज मतों की गणना, वीवीपीएटी स्लीप गणना, मतगणना समाप्ति के पश्चात ईवीएम को मुहरबंद करने और परिणाम की घोषणा के संबंध में, मतगणना केन्द्रों में सुरक्षा व्यवस्था, मीडिया सेंटर में आवश्यक सुविधाएं, मतगणना हेतु आवश्यक सामग्री तथा द्वारा इलेक्ट्रॉनिक रुप से प्रेषित डाक मतपत्र प्रणाली से प्राप्त मतों की गणना और मतगणना के परिणामों की वेबसाईट में एंट्री के संबंध में जानकारी दी।
इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एसएस रावत तथा उप जिला निर्वाचन अधिकारी देवेंद्र कुमार सिंह सहित जिले के निर्वाचन से संबद्ध अधिकारी उपस्थित थे।