नर्मदापुरम। संभागीय उपायुक्त जनजातीय कार्य विभाग जे.पी. यादव द्वारा ज्ञानोदय विद्यालय नर्मदापुरम में छात्राओं से संवाद किया गया। इस अवसर पर उन्होंने छात्राओं से कहा कि आप सौभाग्यशाली है कि लाखों छात्राओं में से आपको इस विशिष्ट विद्यालय में रहकर भविष्य बनाने का मौका मिला है। माता-पिता ने बडी उम्मीद और विश्वास के साथ आपको यहाँ के लिए छोड़ा है। आप ऐसा कोई कार्य न करें जिससे आपके माता-पिता के सम्मान को ठेस पहुंचे तथा उन्हें समाज के समाने शर्मिन्दा होना पड़े। उम्र का यह दौर भटकाव का भी है और भविष्य बनाने का भी है। आत्मअनुशासन विकसित कर अपना उज्जवल भविष्य बनाने के लिए लगन एवं समर्पण भाव से प्रयास करें। छात्राबास की एक छात्रा द्वारा की गई हरकत से माता-पिता के सम्मान तथा स्वयं के जीवन के साथ-साथ सैकड़ों छात्राओं के जीवन पर विपरित प्रभाव पड़ता है। विद्यार्थी जीवन में आप जो कुछ करते हैं उससे पूरे जीवन की दिशा तय होती है। दोस्ती से ज्यादा महत्वपूर्ण जीवन की दिशा है। बहकावे और भटकाव से अपने जीवन को बचायें अन्यथा कई बार यह जीवन पर संकट भी उत्पन्न करता है।
श्री यादव ने छात्राओं को विगत दिनों में भी कतिपय घटनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि जो भी विद्यार्थी माता-पिता एवं छात्रावास अधीक्षक को भ्रमित कर अन्य व्यक्ति के साथ चले जाते हैं, उनका जीवन संकट में होता है। इसलिए ऐसा प्रयास न करें जिससे जीवन संकट में पड़े तथा माता-पिता एवं संस्था को अप्रिय स्थिति से गुजरना पड़े।
श्री यादव द्वारा ज्ञानोदय विद्यालय भ्रमण के दौरान प्राचार्य को निर्देश दिये कि 16 जुलाई 2024 को पालक शिक्षक संघ समिति की बैठक आयोजित की जावे, ताकि पालकों को भी विद्यार्थियों के बारे में जानकारी दी जाकर उन्हें भी अपने बच्चों पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया जाये। शिक्षकों को अनुपातिक रूप में विद्यार्थियों का मेटर नामांकित किया जावे। शिक्षक विद्यार्थियों एवं पालकों से सतत् संपर्क में रहकर उन्हें मार्गदर्शन दे तथा प्रेरित कर भटकाव से बचाने का प्रयास करें। इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य हरगोविन्द दुबे, व्याख्याता श्रीमती वंदना श्रीवास्तव एवं जगदीश प्रसाद रघुवंशी भी उपस्थित रहे।