किसानों को गेहूं उपार्जन का भुगतान समय पर होता रहे
कलेक्टर ने ली समय सीमा की बैठक
नर्मदापुरम। जिले में कहीं भी बोरवेल एवं ट्यूबवेल के गडढे खुले ना रखे जाएं, गड्ढे खुले रहने पर कभी भी आकस्मिक रूप से गड्ढे में किसी के भी गिरने से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। उक्त निर्देश कलेक्टर सोनिया मीना ने आज समय सीमा की बैठक में दिए। कलेक्टर ने पीएचई, सभी नगर पालिका अधिकारियों एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने क्षेत्र के गांव एवं नगर में यह सुनिश्चित करें कि कहीं पर भी खेत में या अन्य स्थान पर लोगों ने बोरवेल एवं ट्यूबवेल खनन कर गड्ढे खुले तो छोड़ नहीं दिए हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिए की सभी संबंधित अधिकारी एक सप्ताह के अंदर सर्वे कराकर अपने रिपोर्ट से जिला प्रशासन को अवगत कराएंगे और संयुक्त रूप से इस आशय का प्रमाण पत्र देंगे कि उनके अधिकृत क्षेत्र में कहीं भी गड्ढे खुले नहीं है। कलेक्टर ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत को भी निर्देश दिए की वे जिला एवं तहसील स्तर पर समिति बनाकर सर्वे कराने का कार्य सुनिश्चित करें। बताया गया कि वर्तमान में सीएम हेल्पलाइन में भी यह ऐड हो चुका है कि यदि कहीं पर भी ट्यूबवेल या बोरवेल के गड्ढे खुले हो तो कोई भी व्यक्ति यहाँ पर अपनी शिकायत कर सकता है। शिकायत करने पर संबंधित विभाग द्वारा तत्काल निराकरण भी किया जाएगा।
गेहूं उत्पादन की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए की गेहूं का जितना उठाव हो रहा है उतना ही परिवहन भी होता रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि किसानों को गेहूं उपार्जन का भुगतान समय पर होता रहे। कलेक्टर ने कहा कि जितने भी जांच वाले वेयरहाउस हैं उनकी नास्ति अभिलंब प्रस्तुत की जाए।
कलेक्टर ने सभी एसडीएम एवं तहसीलदार को निर्देश दिए की वे उन विस्थापित गांव जहां किसानों का पंजीयन नहीं हुआ है और वे किसी कारणवश गेहूं उपार्जन से वंचित है उन सब का आधार नंबर, बैंक अकाउंट का पंजीकरण प्राथमिकता से करके उन्हें इसी माह गेहूं उपार्जन का लाभ दिया जाए। कलेक्टर ने विस्थापित ग्राम नया धाई में भी सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए। बताया गया केसला में कुछ लोगों ने गांव से बाहर मकान बना लिए हैं वहां बिजली की समस्या उत्पन्न हो रही है। बिजली के तार टेंपरेरी घर तक तो पहुंच रहे हैं लेकिन उनके खेतों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। कलेक्टर ने आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक को निर्देश दिए की वह बस्ती विकास फंड से विद्युतीकरण करने का कार्य सुनिश्चित करें। उन्होंने एन टी लाइन खेतों तक भी पहुंचने के निर्देश दिए।
समय सीमा की बैठक में बताया गया कि मटकुली और उसके आसपास बंदरों की बहुतायत से आम लोग परेशान हो रहे हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिए की सतपुड़ा टाइगर रिजर्व एवं वन विभाग की टीम बंदरों को पकड़ कर जंगल में छोड़ने की कार्रवाई सुनिश्चित करें। पशुपालन विभाग के उपसंचालक ने बताया कि मिल्क पार्लर खोलने के लिए पिपरिया इटारसी बानापुरा सहित नौ जगह भूमि का चिन्हांकन किया जाना है। कुल नौ जगह मिल्क पार्लर स्थापित किए जाएंगे। एलडीएम ने बताया कि सेमरी हरचंद में बैंक की शाखा खोलने के लिए लोगों ने मांग की है। शीघ्र ही विभिन्न बैंकों से प्रस्ताव आमंत्रित कर बैंक शाखा खोलने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में कलेक्टर ने वर्ष 2022-23 की लंबित शिकायतों के अब तक निराकरण न होने पर नाराजगी व्यक्त की और कहां की 6 माह से ऊपर के लंबित प्रकरणों पर संबंधित अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी किए जाएंगे। बैठक में ईपीडब्ल्यूडी ने बताया कि सोहागपुर के पाला देवरी बाईपास एवं बोरना मीठठा बाईपास में भू अर्जन की कार्रवाई होनी है। कलेक्टर ने संबंधित एसडीएम को भू अर्जन की कार्रवाई के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सभी स्कूलों में 2 घंटे के लिए समर कैंप आयोजित कराए जाएंगे, जहां बच्चों से विभिन्न एक्टिविटी कराई जाएगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सिकल सेल एनीमिया के तहत इस वर्ष दिए गए लक्ष्य में से 85 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। अभी भी केसला ब्लॉक में घर-घर एवं स्कूलों में लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर सिकल सेल एनीमिया की पहचान की जा रही है। ट्राइबल हॉस्टल में भी स्वास्थ्य जांच कर ली गई है। मुख्यतः 40 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों में सिकल सेल एनीमिया की पहचान की जा रही है।
कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए की वह एक सप्ताह के अंदर अपने पुराने लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता से निराकृत करने का कार्य करें। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत, अपर कलेक्टर डीके सिंह, एसडीएम नर्मदापुरम श्रीमती नीता कोरी, डिप्टी कलेक्टर अनिल जैन, सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।