कलेक्टर ने आम उत्पादक कृषकों से आधुनिक तकनीक का उपयोग कर फलों उद्यान करने का सुझाव दिया
नर्मदापुरम। हिल स्टेशन पचमढी में शनिवार को आम महोत्सव का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर आयोजित आम महोत्सव एवं सेमिनार में 70 प्रकार के आमों की 165 सैंपल प्रदर्शनी के लिए रखे गए है। जिसमें बाम्बे ग्रीन अपने साईज और स्वाद के कारण खास रहें वहीं तोतापरी अपने रंग और आकार के कारण आकर्षण का केन्द्र रहें। शासकीय उद्यान मटकुली की रॉयल, मिश्री, सुदंरजा, मालदा, फजली ने पर्यटकों का मन मोहा। जिले के अन्य किस्मों के आम में चौंसा, स्वर्ण रेखा एवं जरदालू अत्यंत आकर्षण लगें। शासकीय उद्यान बम्हनवाडा से स्वर्ण रेखा, मलिका, पगारा से पयारी, सावनिया शासकीय पोलो उद्यान पचमढी से बाम्बे ग्रीन, कृष्ण भोग, वहीं मटकुली उद्यान से आई मलिका अपने बजन के कारण लोगो में चर्चा का विषय रही इसमें एक फल का वजन 1 किलों 250 ग्राम तौला गया।
नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल एवं पचमढी के कृषकों ने अपने आम की स्टाल की प्रदर्शनी लगाई है। आम महोत्सव का समापन 16 जून को किया जाएगा। आम महोत्सव में आए आम के उत्पादक कृषकों को संबोधित करते हुए कलेक्टर सोनिया मीना ने आम महोत्सव की जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी आम महोत्सव में आमों की विभिन्न प्रकार की वेरायटी का प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होने कहा कि हमारा जिला आम की विभिन्न किस्मों के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। उन्होने कृषकों से कहा कि वे आधुनिक तकनीक का उपयोग करके फलों उत्पादन को बढावा दें। कलेक्टर ने आम महोत्सव में आए आम के व्यापारियों से चर्चा करके आम के विक्रय की बात की एवं कृषि वैज्ञानिकों से आम की अलग अलग किस्मों की जानकारी ली। इस अवसर पर कलेक्टर ने पचमढी के प्रसिद्ध आम बाम्बे ग्रीन का स्वाद लिया एवं प्रदर्शनी की सराहना की।
उल्लेखनीय है कि सहायक संचालक कार्यालय उद्यानिकी के परिसर में आम की प्रदर्शनी लगाई गई है। सहायक संचालक रामशंकर शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में आम का स्टॅाल लगाया गया है। आम जनता एवं पचमढी घूमने आए पर्यटक आम का स्वाद ले रहें है। अपनी इच्छानुसार आम को खरीद कर उसका स्वाद लेना नहीं भूल रहें है। आम महोत्सव में स्व सहायता समूह द्वारा बांस से बनी टोकरी, आम के प्रोडक्ट जैसे आचार, अमचूर की प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसका पर्यटक भरपूर लाभ ले रहें है। आम महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर सहायक संचालक उद्यानिकी श्रीमती रीता उइके, कृषि वैज्ञानिक, उद्यान विकास अधिकारी राजू गूजर, ग्रामीण उद्यानिकी अधिकारी सदाशिव सनाठे एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।