नर्मदापुरम। ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर बृहस्पतिवार को वट सावित्री व्रत रखकर सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की दीर्घायु के लिए कामना की। सुहागिन महिलाओं ने वट वृक्ष की विधिवत पूजा अर्चना की। सबसे पहले वट वृक्ष को हल्दी का लेप लगाया। फिर पीला धागा को लपेटते हुए सात बार परिक्रमा की। इसके बाद जल अर्पण किया। पूजन के बाद महिलाओं ने व्रत को खोला। वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमती अमिता शर्मा ने बताया कि मान्यता के अनुसार धार्मिक मान्यता के अनुसार, बरगद के पेड़ में त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश का वास होता है। इस पेड़ की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है, क्योंकि बरगद के पेड़ की आयु बहुत लंबी होती है। इसलिए इसे अक्षय वृक्ष भी कहा जाता है।
बहुत से लोग ये भी मानते हैं कि इस व्रत का महत्व करवा चौथ के जितना होता है। इस अवसर पर श्रीमती संगीता मिश्रा, श्रीमती निशा शर्मा, श्रीमती मीनाक्षी मिश्रा आदि सुहागिनों ने एकत्रित होकर वट वृक्ष की पूजा की।