नर्मदापुरम।नर्मदापुरम जिले में सतपुडा के घने जंगलों में पर्यटन की अपार संपदा ओर संभावनाएं मौजूद है जिसकी विश्व के नक्से में अपने एक खास पहचान है जो पर्यटकों को लुभाती है साथ ही समृद्ध विरासत जिनका सदियों पुराना इतिहास सजोये हुए है ऐसी संस्कृति जो देखते बनती है आज भी वह अपनी पहचान के लिए हुए है जो किसी की मोहताज नही, सतपुडा के जंगलों में विविध वन्यजीवन एवं ऐतिहासिक धरोहरें जो दुनियाभर में प्रसिद्धि लिए हुए है इसका साफ प्रमाण है कि आज लाखो पर्यटक पचमढ़ी की हसीन वादियों में पहुंच रहे हैं मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा पचमढ़ी में पर्यटकों के लिए नए नए डेस्टिनेशन खोजकर पॉइन्ट की गिनती तो बड़ा ही रहे हैं साथ ही पर्यटकों का फुटफॉल भी बड़ा रहे हैं एवं इससे फुटफॉल के बढ़ने से क्षेत्रों का विकास के साथ रोजगार और व्यापार भी बढ़ रहा है स्थानीय संस्कृति और कलाकारों को का भी विकास हो रहा है पचमढी पर्यटन स्थल पर पर्यटक सतपुडा की वादियों में प्राकृतिक सौंदर्य के बीच पर्यटक शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का लाभ भी ले रहे हैं। म.प्र. टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक सुश्री बिदिशा मुखर्जी (आई.ए.एस.) ने भी भागीदारी की और विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लिया।
पचमढ़ी में तीन दिन ए एम डी ने स्वयं सुबह उठकर साथ ही गाइड को लेकर सभी पचमढ़ी के पर्यटन स्थलों का दौरा किया बड़े महादेव, रीचगड, बीफाल,धूपगढ़, पांडव गुफाएं, राजेन्द्रगिरी,हांडी खोह,एजटा शंकर, गुप्त महादेव,जैसे सभी पोइन्ट पर उन सभी पॉइन्ट पर पर्यटकों की परेशानियों को जाना एवं सुविधाओं को लेकर स्वयं ही पर्यटकों से रूबरू हुईं साथ ही पर्यटन स्थल के विभिन्न पोइन्ट पर गाइडों से जानकारी ली और नए डेस्टिनेशन को लेकर चर्चा की एवं सभी पॉइंट्स के वीडियो , फोटो सूट कर स्टोरी बनाई एवं एम डी मुखर्जी ने कुछ नए डेस्टिनेशन का भी दौरा किया रम्या कुंड पचमढी में प्रकर्ति की गोद मे बना एक अनोखा पर्यटन स्थल रम्या कुंड उथला कुंड है जिसका पानी क्रिस्टल क्लीन हर्बल पूल पचमढ़ी में कम पहचाने जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है, सुंदर प्रपात,डचिसफाल जैसे अन्य ओर भी पर्यटन स्थल है जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है जिनतक अभी पर्यटकों को पहुंचने की जानकारी नही या फिर पर्यटक वहां ट्रेकिंग की वजह से नही जा पा रहे जबकि इन स्थानों पर पहुंचने के बाद लगता है कि दुनिया का सबसे सुंदर स्थान यही है ऐसे ही उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश तेजी से वेलनेस एवं स्वास्थ्य पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित हो रहा है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य, प्रदूषण मुक्त वातावरण अपने आप में एक वेलनेस केंद्र है, जहां देश-विदेश से आने वाले पर्यटक स्वास्थ्य लाभ लेते हैं एवं विभिन्न प्रकार के पर्यटन का अनुभव भी। एम डी बिदिशा मुखर्जी ने म.प्र. पर्यटन की विशेषता पर जोर दिया और बताया कि यहां प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही ऐतिहासिक धरोहरें मौजूद हैं, विविध वन्य जीवन रोमांचित करता है। शहरी जीवन से दूर लोग अब मध्यप्रदेश के ऐसे ऑफबीट डेस्टिनेशन की और रुख कर रहे हैं।
सतपुड़ा बायोस्फीयर परियोजना का एक अभिन्न अंग पचमढ़ी देश के सबसे समृद्ध एवं मनमोहक जंगलों में से एक है। यहां की समृद्ध वन्य जीवन, घास के विशाल मैदान, मनमोहक झरने एवं सुरम्य प्राकृतिक नजारों के बीच के दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करते है। यहां के विविध परिदृश्य, हरे-भरे जंगल, नदियां और मनोरम वादियां मन, शरीर और आत्मा को जीवंत कर देते हैं।
देशभर से आए पर्यटकों ने यहां पर झरने के निकट मेडिटेशन, सूर्य कृपा, जटाशंकर मंदिर में भक्ति साधना, सनसेट पॉइंट पर चित्तशक्ति मेडिटेशन एवं जंगल ट्रेकिंग का भी आनंद ले रहे हैं। सभी पर्यटन स्थलों पर रुकने के लिए होटल,रिसोर्ट,होमस्टे एवं टेंट सिटी की अच्छी व्यवस्था है साथ ही विभिन्न एडवेंचर गतिविधियां भी पर्यटन स्थल पर है जिससे पर्यटकों को अपनी च्वाइस अनुसार मनमाफिक जीवन जी सके।
एएमडी मुखर्जी ने बताया कि मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा नर्मदापुरम जिले के सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध होंगी ताकि हर पर्यटन तक पहुंचे पर्यटक ओर पर्यटन स्थल का पूर्णतः लुफ्त उठा सके ऐसी होंगी सुरक्षित व्यवस्थाएं दिल खोलकर घूमो हिन्दुस्तान के दिल मे आप सुरक्षित है।