मंदसौर। मंदसौर चुनावी दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बुधवार सुबह प्रबुद्धजन संवाद में मंदसौर के विभिन्न वर्गों से जुड़े प्रबुद्ध लोगों से खुलकर चर्चा की। उन्होंने सेवानिवृत न्यायाधीश रघुवीरसिंह चूंडावत से आइपीसी सहित कानून संबंधी प्रश्न पूछे। उन्होंने कहा कि हम देश में दंड संहिता नहीं बल्कि न्याय संहिता चाहते है। भाजपा याने भारतीय जनता पार्टी पूरे भारत की जनता की पार्टी है। हमने सबको साथ लेकर काम करने की ठानी हुई है।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि जनता के एक-एक आदमी का कोर्ट से काम पड़ता है। पीएम मोदी अपने लिए नहीं बल्कि आपके लिए न्यायालयीन परिवर्तन चाहते है। चोर की गर्दन पकड़ने का काम पीएम मोदी ने किया है। उन्होंने रिश्वतखोरों को उनकी जमीन दिखाई है। इसलिए पीएम मोदी को देश का चौकीदार कहा गया है। सबसे ज्यादा कानून की बात करने वाले दिल्ली वाले भाई साहब की स्थिति सबके सामने है। जेल में बंद मंत्रियों के इस्तीफे ले लिए, लेकिन खुद इस्तीफा देने को तैयार नहीं है। पीएम मोदी का साफ कहना है न खाऊंगा और न खाने दूंगा।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि मुखिया की जवाबदारी सबसे अधिक होती है। परिवार में कुछ भी होता है तो प्रतिष्ठा मुखिया की दांव पर लगती है। तो फिर दिल्ली के मुखिया अपनी जवाबदारी मानने को तैयार क्यों नहीं है। मोदी जी ने हर क्षेत्र में अपना काम पूरी ईमानदारी से किया है। चाहे बात देश के विकास की हो या राष्ट्र व जनता की सुरक्षा की हो। जीएसटी, नोटबंदी कोई छोटा मोटा काम है क्या? मोदीजी ने केवल देश की खातिर अपना सब कुछ दांव पर लगाया और ऐसे बड़े निर्णय लिए। जिसके सकारात्मक परिणाम हमारे सामने है।
सीएम ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी का न खुद का मकान है और न जमीन है और न भारी भरकम बैंक अकाउंट। हर कोई अपने बच्चों के लिए लड़ रहा है, लेकिन पीएम मोदी आपके बच्चों के लिए लड़ रहे हैं।