कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशन में बैतूल जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा जिले में जल स्त्रोतों के संरक्षण में कार्य किए जा रहे है। इसी तारतम्य मे विकासखंड मुलताई के ग्राम पोहर में मप्र शासन द्वारा संचालित जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत ग्राम पोहर में स्थित प्राचीन बावड़ी के संरक्षण एवं स्वच्छता के लिए श्रमदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य पारंपरिक जल स्त्रोतों का संरक्षण तथा ग्रामीणों में जल जागरूकता का विस्तार करना था। ज्ञात हो जन अभियान परिषद द्वारा 15 दिन पूर्व भी इस प्राचीन बावड़ी पर श्रमदान कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। इस प्रकार पुनः शुक्रवार को फिर इसका श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 6 बजे हुई, जिसमें ग्राम के विभिन्न समाज के प्रतिनिधि, ग्रामीण जन, शासकीय अधिकारीगण तथा स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। श्रमदान के माध्यम से बावड़ी की भीतरी और बाहरी सफाई की गई तथा फावड़े और तगाड़ी की सहायता से गाद व कचरे को हटाया गया। बावडी सुधार काम जैसे रिपेयरिंग, व्हाइटवॉश और पेंटिंग, आसपास पेवरिंग, पानी का मेडिकल ट्रीटमेंट और गहरीकरण के लिए भी समाज और प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलकर योजना बनाई।
ग्राम चौपाल में बावड़ी के ऐतिहासिक महत्व पर किया संवाद
इस अवसर पर जन अभियान परिषद की जिला समन्वयक श्रीमती प्रिया चौधरी , तहसीलदार श्रीमती अलका इक्का, विकासखंड मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री धर्मपाल मेश्राम, ब्लॉक समन्वयक श्रीमती जयप्रकाशी परते तथा ग्राम सरपंच श्रीमती खुशबू पवार विशेष रूप से उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के अंत में जल चौपाल का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों एवं वरिष्ठ नागरिकों द्वारा बावड़ी के ऐतिहासिक महत्व पर संवाद किया गया। चौपाल में उपस्थित सभी लोगों ने जल संरक्षण की शपथ ली और भविष्य में बावड़ी को स्वच्छ एवं संरक्षित रखने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में नवांकुर संस्था, परामर्शदाता,प्रस्फुटन समिति एवं अन्य ग्रामीणों ने श्रमदान में सहभागिता की।

