लाडली फ्रेंडली पंचायतों को किया गया सम्मानित

मेधावी बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान की गई

नर्मदापुरम मध्यप्रदेश शासन द्वारा 10 से 15 जनवरी तक महिला सशक्तिकरण सप्ताह अर्तगत जिला, खंड एवं ग्राम स्तर विविध गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज 11 जनवरी 2024 को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 पर एवं बाल अधिकारो पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ।

      कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नर्मदापुरम श्री सोजान सिंह रावत,  अध्यक्ष नगरपालिका नर्मदापुरम श्रीमती नीतू यादव, सिटी मजिस्ट्रेट एवं डिप्टी कलेक्टर नर्मदापुरम श्रीमती संपदा गुर्जर, पार्षद श्रीमती बिंदिया मांझी, विविध धर्मो के धर्मगुरु, प्रबंधक गायत्री शक्तिपीठ नर्मदापुरम अमृत लाल मिश्रा, परिव्राजक गायत्री शक्तिपीठ सुरेन्द्र कुमार सोनी, शहर काजी हाफिज मोहम्मद अशफाक अली, नायब काजी हाफिज अब्दुल कलीम, सुश्री सुनीता दीदी ब्रहमकुमारी आश्रम, श्रीमती श्वेता चौबे, सत्य साईं परिवार एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास नर्मदापुरम ललित कुमार डेहरिया, सहायक संचालक व्हीपी गौर, प्राचार्य शासकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय नर्मदापुरम श्रीमती कीर्ति शिवपुरिया, परियोजना अधिकारी प्रमोद गौर, परियोजना अधिकारी श्रीमती प्रीति यादव, सचिन चौरे, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन, शौर्या दल सदस्य विधालयीन बच्चे एवं शिक्षक, आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं स्थानीय जन उपस्थित रहे।

      मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायतसोजान सिंह रावत, द्वारा महिला सशक्तिकरण के बारे में प्रतिभागियों को जागरूक करते हुए कहा कि आज प्रत्येक सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक शैक्षिणिक एवं अन्य सभी क्षेत्रों में महिलाएं बराबर से अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित कर रही है। साथ ही श्री रावत द्वारा समस्त प्रतिभागियो को बाल विवाह रोकने, बाल विवाह में सम्मिलित ना होने एवं जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने हेतु संकल्प दिलाया।

      सिटी मजिस्ट्रेट श्रीमती संपदा गुर्जर, द्वारा बालिकाओ को निरंतर अध्ययन कर अपनी रुचि एवं योग्यता अनुरूप क्षेत्र का चयन कर आगे बढ़ने के बारे में जागरूक किया। साथ ही बताया कि अपने आत्मविश्वास के साथ हर क्षेत्र में बालिकाए सफलता प्राप्त कर सकती है।

      कार्यक्रम में बाल संरक्षण अधिकारी श्री विजय प्रताप सिंह चौहान, द्वारा बच्चों को बाल अधिकारों एवं बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के बारे में विस्तार से समझाया। बच्चों को उनके अधिकारों एवं अधिकारों के उल्लंघन पर शासन द्वारा स्थापित व्यवस्थाओ से अवगत कराने हेतु संक्षिप्त रूप में बाल कल्याण समिति किशोर न्याय बोर्ड, जिला बाल संरक्षण इकाई विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं चाइल्ड हेल्पलाइन के कार्य दायित्वो से अवगत कराया। किशोर न्याय अधिनियम, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम शिक्षा का अधिकार अधिनियम, बाल एवं किशोर श्रम अधिनियम, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम आदि अधिनियम के बारे में बच्चों को सारगर्भित बातें संक्षिप्त में बताई गई।

      समन्वयक बचपन बचाओ आंदोलन सचिन चौरे, द्वारा बच्चों को साइबर अपराधो के बारे में अवगत कराते हुए साइबर बुलिंग, साइबर स्टाकिंग, आदि के बारे में बताया गया। श्री चौरे द्वारा मुसीबत में पड़ने पर बच्चें किस प्रकार चाइल्ड हेल्प लाइन न 1098 का उपयोग कर सकते है। धर्मगुरुओं द्वारा भी अपने उद्बोधन में बाल विवाह जैसी कुरूति पर रोक लगाने एवं बाल विवाह में समस्त सेवाप्रदातो को अपनी सेवाएं प्रदान ना करने की अपील की।

      साथ ही इस अवसर पर जिले की 05 लाडली फेंडली पंचायतो ग्राम पंचायत साकेत, कुलामडी, निटाया, कांद्राखेड़ी एवं गुनौरा को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कक्षा 10 एवं 12 की मेघावी बालिकाओं – रिषिका बिल्लौरे, महिमा यादव, जयश्री चौहान, मनस्विनी द्विवेदी एवं सुहानी चौहान को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार राशि 5000/- एवं 2500/- प्रदान की गयी।

      शाला स्तर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत रंगोली, भाषण एवं क्विज प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को भी प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। बाल संरक्षण में बेहतर कार्य हेतु सुश्री रेशम खान, समन्वयक, बचपन बचाओ फाउंडेशन को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बालिकाओं द्वारा बनायी गयी रंगोली का अवलोकन समस्त अतिथियों द्वारा किया गया एवं समापन पर जिला कार्यक्रम अधिकारी, म.बा.वि श्री ललित कुमार डेहरिया, द्वारा आभार व्यक्त किया गया।

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