बैतूल। मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना 2025 के अंतर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम बुधवार को पुलिस ग्राउंड बैतूल में आयोजित किया गया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत चिचोली ने बताया कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम घोड़ाडोंगरी विधायक श्रीमती गंगा सज्जन सिंह उइके की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उईके, मप्र जन अभियान परिषद उपाध्यक्ष व राज्य मंत्री दर्जा मोहन नागर, विशेष अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बाई बारस्कर, जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष हंसराज धुर्वे, सुधाकर पवार, अनिल सिंह कुशवाह, संतोष मालवीय, जनपद अध्यक्ष, सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम में अतिथियों का पुष्प गुच्छ से सम्मान किया गया। इसके पूर्व ऑडिटोरियम से ढोल-नंगाड़ों के साथ भव्य बारात निकाली गई, जो मुख्य कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। इस दौरान घोड़ाड़ोंगरी विधायक श्रीमती गंगाबाई उईके और जिला पंचायत उपाध्यक्ष हंसराज धुर्वे ने बारात में नृत्य किया।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम में चिचोली और आठनेर तहसील के 1011 वर-वधू सात फेरे लेकर परिणय सूत्र में बंधे। इसमें 820 जनजातीय वर्ग के जोड़ों का उनके पारंपरिक रीति-रिवाज से विवाह हुआ। यह सामूहिक विवाह सम्मेलन आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए संबल बना, समाज में एक सकारात्मक संदेश भी गया कि सभी धर्म, जाति और वर्ग के लोग एक मंच पर आकर सामाजिक परंपराओं को मजबूती दे सकते हैं।
विवाह संस्कार दो आत्माओं, दिल और कुलों का है मिलन
केंद्रीय राज्य मंत्री श्री दुर्गा दास उइके ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि हमारा जन्म भारत भूमि में हुआ है और हमें सोलह संस्कारों के रूप में दिव्य परंपरा हमारे पूर्वजों ने वरदान के रूप में हमें दी है। हमारे ऋषि मुनियों ने गृहस्थ आश्रम को भारतीय संस्कृति का मेरुदंड बताया है। उन्होंने कहा कि विवाह संस्कार हमारी सामाजिक समरसता और राष्ट्र की एकता, अखंडता का अद्वितीय उदाहरण है। विवाह संस्कार दो आत्माओं, दिल और कुलों का मिलन है। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से परिणय सूत्र में बंधने जा रहे 1011 जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया। घोड़ाडोंगरी विधायक श्रीमती गंगाबाई उइके ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का इस आयोजन के लिए आभार व्यक्त करते हुए सभी नव दाम्पत्य जोड़ों को परिणय सूत्र में बंधने पर बधाई दी। राज्य मंत्री दर्जा श्री मोहन नागर ने कहा कि 16 संस्कारों में से विवाह एक महत्वपूर्ण 15वां संस्कार है। हमारे चार आश्रम में से गृहस्थ आश्रम महत्वपूर्ण है। जिसको ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेश में गरीब समाज, गरीब जनजातीय वर्ग के लोगों के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत 1011 जोड़े विवाह के बंधन में बंधे है।
प्रशासनिक अधिकारियों ने संभाली कार्यक्रम की व्यवस्था
प्रशासनिक अधिकारियों ने दूल्हा-दुल्हन की बैठने की व्यवस्था से लेकर भोजन, मंच और विवाह मंडपों तक हर पहलू पर बारीकी से निगरानी रखी। एसडीएम श्री राजीव कहार के निर्देशन में कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन किया गया। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने वर-वधु को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की सहायता राशि चेक के माध्यम से प्रदान की। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत पात्र कन्याओं को उनके विवाह के समय कुल 55 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिसमें 49 हजार रुपये का चेक सीधे कन्या के नाम से दिया जाता है ताकि वह अपने नए जीवन की शुरुआत सशक्त रूप से कर सके, जबकि 6 हजार रुपये विवाह समारोह के आयोजन के लिए दिए जाते हैं। इस अवसर पर एसडीएम राजीव कहार, सामाजिक न्याय विभाग की सुश्री रोशनी वर्मा, चिचोली जनपद सीईओ सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

