भोपाल। प्रदेश के श्रीअन्न (मिलेट्स) उत्पादक किसानों को प्रोत्साहित करने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मिलेट उत्पादक किसानों के हित में ऐतिहासिक फैसला लेते हुए रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना को लागू करने का निर्णय लिया है। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना ने बताया कि इसमें श्रीअन्न – कोदो-कुटकी, रागी, ज्वार, बाजरा आदि के उत्पादन करने वाले किसानों को प्रति किलो 10 रूपए की अतिरिक्त राशि प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान की जाएगी। यह राशि सीधे किसानों के खाते में अंतरित की जाएगी।
मध्यप्रदेश में कोदो-कुटकी की खेती मण्डला, डिण्डोरी, बालाघाट, छिन्दवाड़ा, अनूपपुर, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, शहडोल, सिवनी और बैतूल जिलों में होती है। कोदो-कुटकी के किसानों की आय में वृद्धि के लिए फसल उत्पादन, भण्डारण, प्रोसेसिंग, मार्केटिंग, उपार्जन, ब्राण्ड बिल्डिंग के साथ वैल्यू चेन विकसित करने के उद्देश्य से रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना लागू की जा रही है।
कृषि मंत्री कंषाना ने बताया कि मिलेट फसलें विषम जलवायु के प्रति सहनशील है तथा कम उपजाऊ भूमियों में भी अच्छी पैदावार देने में सक्षम है। मिलेट अनाज अनेक पोषक तत्वों जैसे-केल्शियम, आयरन, विटामिन, डायटरी फाईबर आदि से परिपूर्ण हैं। वर्तमान में जागरूक उपभोक्ताओं ने ग्लूटेन के विकल्प के लिए खाद्य पदार्थों पर ध्यान देना प्रारंभ कर दिया है। समस्त मिलेट अनाज ग्लूटेन फ्री होते हैं तथा पौष्टिकता को दृष्टिगत रखते हुए इनका महत्व और भी बढ़ जाता है।