भोपाल। डॉ. मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में कई मंत्रियों के साथ कल पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी तेज कर दी गई। लाल परेडे ग्राउंड में विशाल डोम तैयार कराया जा रहा है। इसमें दो हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। विशाल मंच तैयार कराया जा रहा है। जहां पर दो दर्जन से अधिक आला नेता शामिल होंगे। यहां पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और आम जनता भी मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होगी।
मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर अभी आधिकारिक प्रोग्राम जारी हो गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर 12 बजे डॉ. मोहन यादव मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। 14 दिसंबर को मलमास लगेगा और अगले एक महीने तक शुभ कार्य बंद हो जाएंगे। ऐसे में 13 दिसंबर को शपथ का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के साथ ही उप मुख्यमंत्री और कुछ मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। नए सीएम के नाम के ऐलान के बाद मोहन यादव ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की थी और सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके पहले शिवराज सिंह चौहान ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया। मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कई केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री शामिल होंगे। इसके लिए लाल परेड में तीन हेलीपैड बनाए जा रहे हैं। यहां पर ही वरिष्ठ नेताओं के हेलीकॉप्टर उतरेंगे।
मप्र में शपथ समारोह के बाद छत्तीसगढ़ भी जाएंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्यप्रदेश में डॉ. मोहन यादव के शपथ समारोह में शामिल होंगे। इसके बाद छत्तीसगढ़ भी जाएंगे। पीएम मोदी की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और मंत्रिमंडल के सदस्य शपथ लेंगे। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में शाम चार बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा। अधिकारियों ने बताया कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा भी शामिल होंगे। पीएम मोदी सबसे पहले सुबह साढ़े ग्यारह बजे मध्य प्रदेश पहुंचेंगे, जहां मोहन यादव सीएम पद की शपथ लेंगे। इसके बाद पीएम मोदी शाम को 4 बजे छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री मोहन यादव का परिचय
सन् 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव एवं 1984 में अध्यक्ष. सन् 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री एवं 1986 में विभाग प्रमुख. सन् 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री तथा सन् 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री. सन् 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खण्ड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह एवं 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह. सन् 1997 में भा.ज.यु.मो. की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य. सन् 1998 में पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य. सन् 1999 में भा.ज.यु.मो. के उज्जैन संभाग प्रभारी,। सन् 2000-2003 में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की कार्य परिषद के सदस्य. सन् 2000-2003 में भा.ज.पा. के नगर जिला महामंत्री एवं सन् 2004 में भा.ज.पा. की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य, सन् 2004 में सिंहस्थ, मध्यप्रदेश की केन्द्रीय समिति के सदस्य, सन् 2004-2010 में उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा), सन् 2008 से भारत स्काउट एण्ड गाइड के जिलाध्यक्ष सन् 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा). भा.ज.पा. की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य. सन् 2013-2016 में भा.ज.पा. के अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सह-संयोजक. उज्जैन के समग्र विकास हेतु अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो (अमेरिका) द्वारा महात्मा गांधी पुरस्कार और इस्कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा सम्मानित. मध्यप्रदेश में पर्यटन के निरंतर विकास हेतु सन् 2011-2012 एवं 2012-2013 में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत. सन् 2013 में चौदहवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित. सन् 2018 में दूसरी बार विधान सभा सदस्य निर्वाचित. दिनांक 2 जुलाई,. 2020 को मंत्री बने 2023 में तीसरी बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित, आज मुख्यमंत्री बने.