कलेक्टर कार्यालय सभा कक्ष में आयोजित समय सीमा बैठक के दौरान कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश
नर्मदापुरम। सोमवार 7 अक्टूबर को कलेक्टर कार्यालय के रेवा सभा कक्ष में समय सीमा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान कलेक्टर द्वारा लंबित समय सीमा प्रकरण, सीएम हेल्पलाइन, खरीफ पंजीयन, स्कूल आंगनबाड़ी स्वास्थ्य केंद्र निरीक्षण, जल जीवन मिशन आदि अन्य योजनाओं की विभागवार विस्तृत रूप से समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान कलेक्टर द्वारा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने अधिकारियों द्वारा स्कूल आंगनबाड़ी एवं स्वास्थ्य केन्द्रों के निरीक्षण की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सभी अधिकारी केवल औपचारिकता मात्र पूरी कर निरीक्षण ना करें, उन्होंने कहा है कि समस्त अधिकारी सकारात्मक नतीजे प्राप्त करने के उद्देश्य निरीक्षण करें। कलेक्टर ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया है कि निरीक्षण उपरांत निर्धारित प्रपत्र में निरीक्षण टीप भी अद्यतन करना सुनिश्चित करें जिससे कि संबंधित विभाग को निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों एवं अव्यवस्थाओं को सुधारने के लिए आवश्यक जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने डीपीसी नर्मदापुरम द्वारा विभिन्न स्कूलों में किया जा रहे हैं नवाचारों की सराहना की तथा अन्य अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि इसी प्रकार से बच्चों को खेल-खेल में पढ़ना तथा पढ़ाई के महत्त्व को समझाते हुए उनकी शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रयास करें। कलेक्टर ने समस्त निरीक्षणकर्ता अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इन सभी स्थलों पर व्याप्त समस्याओं एवं अव्यवस्थाओं के मूल कारणों के निराकरण करने के प्रयास करें। सभी अधिकारी अगर पूर्ण निष्ठा से समस्या समाधान के लिए निरीक्षण करेंगे तो इसके दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे। उन्होंने डी.ई.ओ, राजस्व अधिकारियों, जिला परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास आदि को निर्देशित किया है कि नियमित रूप से अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ वीसी के माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित करते रहें।
समय सीमा के लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी लंबित टी एल प्रकरणों में अनुपालन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कुछ विभागों के लंबे समय से टी एल प्रकरणों में किसी भी प्रकार की कोई भी प्रतिक्रिया का अनुपालन नहीं करने पर नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आगामी बैठक से पूर्व एक सप्ताह के अंदर लंबे समय से लंबित टी एल प्रकरणों का निराकरण किया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर सोनिया मीना द्वारा जनसुनवाई आवेदनों में की गई कार्यवाहियों की भी समीक्षा की गई। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रयास करें कि अधिकांश जनसुनवाई शिकायतों का निराकरण तहसील स्तर पर ही कर दिया जाए जिससे कि आवेदकों को अनावश्यक रूप से जिला मुख्यालय तक आने की तकलीफ ना उठाना पड़े। तहसील स्तर पर समस्याओं के निराकरण यदि संभव हैं तो वही पर उनको निराकृत किया जाए जिससे आवेदनकर्ता को परेशानी उठाकर जिला मुख्यालय आकर अपनी शिकायत दर्ज करवाने की आवश्यकता न पड़े। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि निराकरण हो चुकी शिकायतों की जानकारी आवश्यक रूप से अद्यतन की जाए। उन्होंने विशेष तौर पर सीएमएचओ, सभी जनपद सीईओ एवं नगर पालिका सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि वह सभी भी उनके विभाग से संबंधित शिकायतों के जवाब अद्यतन किया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन से संबंधित शिकायतों की विभागवार समीक्षा की एवं उन्होंने समस्त अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि सीएम हेल्पलाइन के लंबित प्रकरणों में सभी विभाग संतुष्टि प्रतिशत पर भी ध्यान दें जिससे कि सीएम हेल्पलाइन में जिले की रैंकिंग में भी सुधार दिखे तथा जिले की ग्रेडिंग भी उत्तम स्थिति में बरकरार रहे। कलेक्टर सुश्री मीना ने निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी नियमित रूप से सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का रिव्यू करते रहें। उन्होंने पिपरिया एवं बनखेड़ी तहसीलदार को निर्देशित किया है कि उनके विभाग से संबंधित बढ़ी हुई शिकायतों का यथासंभव शीघ्र निराकरण किया जाए साथ ही समस्त विभाग 50 दिवस से अधिक के नॉन अटेंडेड शिकायत में अनुपालन दर्ज किया जाना भी सुनिश्चित करेंगे।
कलेक्टर द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित शक्ति अभिनंदन अभियान की प्रगति की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यशालाओं का भी आयोजन किया जाए जिसमें जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति भी सुनिश्चित करें। कलक्टर ने भिक्षावृत्ति एवं बाल भिक्षावृत्ति के संबंध में निर्देश दिए हैं कि अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन कर बाल भिक्षावृत्ति एवं भिक्षावृत्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान के संबंध में संबंधित अधिकारियों के दायित्व निर्धारित किए जाएं। भिक्षावृत्ति एवं बाल वृक्ष वृत्ति की रोकथाम के लिए सभी विकासखंड स्तर पर कार्यवाही का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए तथा उनके पुनर्वास के लिए भी आवश्यक कार्यवाही की जाए।
कलेक्टर ने सामुदायिक वन अधिकार के संबंध में निर्देश दिए हैं कि वन अधिकार अधिनियम अंतर्गत उपखंड स्तरीय समिति की बैठकों का आयोजन किया जाए एवं इस संबंध में सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए ज्यादा से ज्यादा प्रकरणों का निराकरण किया जाए। कलेक्टर ने इको सेंसेटिव जोन के संबंध में समीक्षा करते हुए इटारसी सिवनी मालवा एवं पिपरिया अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस संबंध में शीघ्र ही इको सेंसेटिव जोन अंकित करने की कार्यवाही की जाए। इसी प्रकार राजस्व वन सीमा विवादों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि सभी एसडीएम के पास वन व्यवस्थापन के प्रकरण लंबित हैं, उन प्रकरणों पर कार्यवाही करते हुए उनका निराकरण किया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने विस्थापित ग्रामों के आर ओ आर तैयार कर उन विस्थापित ग्रामों में आवश्यक सुविधा उपलब्ध करवाए जाने के लिए निर्देशित किया है। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि ग्रामीण स्तर पर समितियां का गठन करें तथा सभी जनपद सीईओ भी भ्रमण कर उन ग्रामों में किन सुविधाओं की आवश्यकता है इस संबंध में अच्छे तरीके से परीक्षण कर लेवे। कलेक्टर ने डी ई ओ नर्मदापुरम, डी पी सी तथा ए सी ट्राइबल को निर्देशित किया है कि संयुक्त रूप से ग्रामों का भ्रमण कर वहां पर स्कूल, छात्रावास, डाइस कोड से संबंधित समस्याओं का निरीक्षण कर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने जिले में खाद एवं उर्वरक की उपलब्धता की भी विस्तारपूर्वक समीक्षा की। कलेक्टर ने खरीफ उपार्जन के पंजीयन तथा उसके सत्यापन की भी समीक्षा कर सभी एसडीएम को निर्देशित किया है कि पंजीयन के साथ ही साथ सत्यापन का कार्य भी सुनियोजित ढंग से किया जाता रहे। बैठक में कलेक्टर सोनिया मीना ने निर्देशित किया है कि विभागीय तथा विकासखंड स्तर पर परामर्शदात्री समिति की बैठकें आयोजित की जाए जिससे कर्मचारियों के सेवा संबंधी मुद्दे, आदि समस्याओं का निराकरण किया जा सके। कलेक्टर ने वर्षा उपरांत सड़कों के मरम्मतीकरण के लिए पीडब्ल्यूडी, आर ई एस, एमपीआरडीसी, नगर पालिकाओं को निर्देशित किया है कि अपने-अपने विभाग अंतर्गत आने वाली सड़कों की मरम्मतीकरण का कार्य करवाया जाना सुनिश्चित करें तथा स्थान एवं स्पष्ट विवरण के साथ रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें। जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिया है कि जल जीवन मिशन अंतर्गत नल जल योजनाओं के कार्यों में गति लाए तथा पूर्ण हो चुके कार्यों को संबंधित विभागों को हैंडओवर किया जाए। कलेक्टर ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के लिए समस्त विभागों को निर्देशित किया है कि अभियान के अंतर्गत द्वितीय फोटो अपलोड किए जाने के कार्य में गति लाते हुए वायुदूत ऐप पर फोटो अपलोड की जाए। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन के शत प्रतिशत पात्र हितग्राहियों के समग्र ई केवाईसी करवाए जाने के लिए सभी सीएमओ को निर्देशित किया है। कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि वास्तविक हितग्राहियों की जानकारी प्रस्तुत करें तथा डुप्लीकेट, मृत, स्थानांतरित लोगों का डाटा डिलीट करवाया जाना भी सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने श्रम विभाग को निर्देशित किया है कि 300 दिवस से अधिक लंबित संबल पंजीयन आवेदनों का निराकरण शीघ्र हो, इसी के साथ नवीन पंजीयन आवेदनो में भी नियमानुसार कार्यवाही करते हुए उन्हें निराकृत किया जाना सुनिश्चित करें।