साक्षरता शिविर एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया
नर्मदापुरम। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दिये गये निर्देशो के पालन में एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण / प्रधान जिला एवं सेशन न्यायाधीश के मार्गदर्शन एवं सचिव / जिला न्यायाधीश जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती शशि सिंह एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट शिवचरण पटेल के आतिथ्य में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नर्मदापुरम द्वारा ग्राम पंचायत भवन ग्राम जासलपुर में विधिक साक्षरता शिविर एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त साक्षरता शिविर एवं जागरूकता कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव/जिला न्यायाधीश श्रीमती शशि सिंह द्वारा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली की नालसा गरीबी उन्मूलन योजनाओ, नेशनल लोक अदालत के लाभ, मीडिएशन, आदि के बारे में कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागी गणो को जानकारी प्रदान की। इसके अलावा सचिव / जिला न्यायाधीश श्रीमती शशि सिंह एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री शिवचरण पटेल द्वारा ग्रामीणो को विवाद विहीन ग्राम योजना 2000 के बारे में जानकारी देते हुए भी उन्हे अपने गांव को विवाद मुक्त करने हेतू प्रोत्साहित किया एवं मध्यस्थता के बारे में जानकारी दी और बताया कि जमीनी विवाद, फौजदारी विवाद एवं पारिवारिक विवाद को किस तरह से आपसी समझाईश एवं सामन्जस्य के माध्यम से समाधान किया जा सकता हैं एवं उनके द्वारा कानूनी प्रक्रिया में पक्षकारो को होने वाली आर्थिक, मानसिक, कठिनाईयो एवं लोक अदालत एवं मध्यस्थता से होने वाले लाभ के बारे में कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागी गण को जानकारी प्रदान की। इसके अतिरिक्त सचिव / जिला न्यायाधीश श्रीमती शशि सिंह एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री शिवचरण पटेल द्वारा ग्राम-जासलपुर की सरपंच, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता एवं ए.एन.एम. से शासकीय योजनाओ के लाभ एवं गांव के बच्चो एवं महिलाओ के स्वास्थ के बारे में जानकारी ली तथा बच्चो के पोषण एवं कुपोषण के संबंध में भी जानकारी ली।
सचिव/जिला न्यायाधीश श्रीमती शशि सिंह द्वारा उक्त शिविर एवं जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणो को रासायनिक उर्वरक का उपयोग करने से होने वाली गंभीर बीमारियो के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रासायनिक उर्वरक ना केवल मानव शरीर के लिये नुकसान दायक है अपितु उसके उपयोग से भूमि की उर्वरक क्षमता पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है, रासायनिक उर्वक से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियो का सामना करना पड़ सकता है, इसके अलावा ग्रामीणो को जैविक कृषि करने हेतू प्रोत्साहित किया और उन्हे बताया कि जैविक कृषि, कृषि करने की एक प्राकृतिक तकनीक है, इससे मृदा की उर्वरक क्षमता पर कोई विपरित प्रभाव नही पड़ता हैं और पर्यावरण को भी कोई नुकसान नही पहुंचता है। साथ ही ग्रामीण जन को ई-कोर्ट सेवा मोबाईल एप्लीकेशन से 24×07 सेवाओं का लाभ उठानें हेतु प्रेरित किया गया।
उक्त शिविर एवं कार्यक्रम में श्रीमती शशि सिंह, सचिव / जिला न्यायाधीश जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नर्मदापुरम, श्री शिवचरण पटेल न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी नर्मदापुरम, सतीश तिवारी चीफ लीगल एड डिफेन्स काउन्सल, मंगल सिंह परिहार असिस्टेन्ट लीगल एड डिफेन्स काउन्सल, ग्राम सरपंच नीलू मेहरा, सुपरवाईजर जानकारी चौरे, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सीता चौरे, सुषमा सिंह, आशा कार्यकर्ता ज्योति सैनी, मीरा कोरी एवं सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।