शिक्षा बदल सकती है आपका भविष्य: डॉ.मयंक तोमर
नर्मदापुरम। राज्य शिक्षा केंद्र के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए निरक्षर कैदियों की पहचान के लिए साक्षरता ब्रांड एंबेसडर डॉ. मयंक तोमर की अध्यक्षता में साक्षरता जागरूकता अभियान आयोजित किया गया। जहां डॉ. तोमर के साथ बीआरसी रामकृष्ण पुरोहित, अक्षर साथी प्रेमलता तोमर, जन शिक्षक पुरुषोत्तम वर्मा का कैदियों और जेल अधिकारियों- कर्मचारियों द्वारा स्वागत किया गया।
डॉ.मयंक तोमर ने कैदियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा सबसे शक्तिशाली उपकरण है जिसके माध्यम से भाग्य बदला जा सकता है इसलिए आपको आपराधिक मानसिकता वाली सोच छोड़ देनी चाहिए और बाद में डॉ.तोमर ने कहा कि वह जिला कलेक्टर से जेल को 5वीं और 8वीं कक्षाओं के लिए बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाने का अनुरोध करेंगे। इसके साथ ही डॉ.तोमर ने सभी को साक्षरता संरक्षण की शपथ दिलाई। सर्वेक्षण टीम ने जेल स्कूल का निरीक्षण किया, कार्यक्रम का संचालन जेल स्कूल स्टाफ शिक्षक हरिओम सिंह ने किया। कार्यक्रम के अंत में उप जेल अधीक्षक प्रहलाद वरकड़े, सहायक जेल अधीक्षक ऋतुराज सिंह दांगी ने साक्षरता टीम को धन्यवाद दिया।