घोड़ाडोंगरी (बैतूल)। क्षेत्र की शांति और सामाजिक संतुलन को बिगाड़ने वाली शराब ठेकेदारों की मनमानी के खिलाफ अब स्थानीय समाज सड़कों पर उतर आया है। बीते दो माह से क्षेत्र में शराब दुकानों के संचालन को लेकर लगातार अनियमितता, दबंगई और सामाजिक विघटन की शिकायतें सामने आ रही हैं।
इन घटनाओं से क्षुब्ध होकर आदिवासी समाज और जयस संगठन ने घोड़ाडोंगरी तहसील कार्यालय पहुंचकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई है कि शराब ठेकेदारों और उनके कर्मचारियों की कार्यप्रणाली की जांच हो, ग्रामीण क्षेत्रों में शराब की खुलेआम बिक्री पर रोक लगे, और हाल ही में नगर परिषद अध्यक्ष के भतीजे के साथ हुई मारपीट की घटना के दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि शराब ठेकों के नाम पर क्षेत्र में खुलेआम अराजकता फैलाई जा रही है। शराब माफिया गांव-गांव तक अपना जाल फैला रहे हैं, जिससे युवाओं और आदिवासी समाज पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
ज्ञापन सौंपने के बाद आज दोपहर जयस संगठन और आदिवासी समाज के सैकड़ों लोग धरना-प्रदर्शन करेंगे। प्रशासन के प्रति चेतावनी स्वर में यह विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा, लेकिन मांगें पूरी न होने पर आंदोलन तेज करने की बात भी कही गई है।
स्थानीय नागरिकों की मांग है कि क्षेत्र की सामाजिक शांति को बनाए रखने के लिए शराब ठेकों की निगरानी कड़ी की जाए और ऐसे तत्वों पर कठोर कार्रवाई की जाए जो कानून और व्यवस्था की खुलेआम अवहेलना कर रहे हैं।

