जनप्रतिनिधियों, राजस्व अधिकारियों और अधिवक्तागणों को राजस्व प्रकरणों के संबंध में दी गई जानकारी
नर्मदापुरम। राजस्व अधिकारी कैसे कम समय में राजस्व संबंधी प्रकरणों का विधिवत निराकरण कर सकें। ताकि जनसामान्य को समय पर राजस्व विभाग की सेवाओं से लाभान्वित हो सकें। साथ ही राजस्व संबंधी प्रकरणों के संबंध में किए गए परिवर्तनों से जनप्रतिनिधियों और अधिवक्ताओं को जानकारी देने के उद्देश्य से नर्मदापुरम कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना के निर्देशानुसार शनिवार को कलेक्ट्रेट में राजस्व कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री एसएन रूपला, सेवा निवृत्त पूर्व अपर कलेक्टर मनोज कुमार ठाकुर द्वारा राजस्व अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को राजस्व संबंधी प्रकरणों के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर विधायक नर्मदापुरम डॉ सीतासरन शर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव, जनपद अध्यक्ष श्री भूपेंद्र चौकसे , इटारसी नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे, अपर कलेक्टर देवेंद्र कुमार सिंह, संयुक्त कलेक्टर अनिल जैन,सिटी मजिस्ट्रेट संपदा सराफ ,डिप्टी कलेक्टर नीता कोरी सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार सहित अन्य जनप्रतिनिधि ,अधिवक्तागण और पत्रकारगण उपस्थित रहें।
कार्यशाला में आईएएस एस एन रूपला द्वारा भू राजस्व संहिता में किए गए अमूलचूल परिवर्तन जिसमें भूमिस्वामियों का नामांतरण, पट्टे का नामांतरण, अविवादित नामांतरण और बटवारा के प्रकरणों में किए गए कानूनी परिवर्तन, विभिन्न प्रारूपों और उनके निराकरण, अधिकार अर्जन की सभी सूचनाएं और समयसीमा, प्राप्त सूचनाओं पर प्रकरण निर्धारित समयसीमा में दर्ज होना, दर्ज प्रकरणों की सार्वजनिक सूचना और हितबद्ध सूचना, सुनवाई के अवसर, ऑर्डर की कॉपी उपलब्ध कराना, नामांतरण के कारण, खातों का बटवारा, पंजीयन शुल्क इत्यादि बिंदुओं पर रोचक ढंग से जानकारी दी गई। साथ ही राजस्व न्यायालय के सुचारू संचालन की रणनीति भी बताई गई। पूर्व अपर कलेक्टर मनोज कुमार ठाकुर द्वारा कार्यशाला में राजस्व अधिकारियों को नजूल निवर्तन नियम संबंधी दिशा निर्देशों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। अंत में आईएएस श्री रूपला ने राजस्व प्रकरणों के संबंध में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया गया।