बारिश से धान के बचाव के सफल हुए प्रयास, बारिश पूर्व ओपन केंद्रो से किया गया धान का परिवहन एवं भंडारण

नर्मदापुरम। जिले में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन कार्य सुचारू रूप से जारी है। बारिश से धान के बचाव के लिए कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना के निर्देशन में सफल प्रयास किए गए हैं। कलेक्टर की सतत मॉनिटरिंग का परिणाम रहा कि विगत 2 दिनों में ओपन उपार्जन केंद्रो से लगभग शत प्रतिशत परिवहन एवं भंडारण किया गया हैं। उपायुक्त सहकारिता श्री शिवम मिश्रा, जिला विपणन अधिकारी देवेंद्र यादव, जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति जैन ने बनखेड़ी के ओपन एरिया केंद्र पर उपस्थित रहकर धान का सुचारू रूप से परिवहन कराया गया।

उपायुक्त सहकारिता श्री मिश्रा ने बताया कि जिले में केवल बनखेड़ी में 6 केंद्र पर धान उपार्जन खुले में किया जाने से कट्टिया खुले में रखी हुई थी। ऐसे केंद्रो पर वाहनों की संख्या बढ़ाकर परिवहन कार्य कराया जा रहा है। लगभग 112 श्रमिक नियोजित किए गए हैं। आवश्यकता अनुसार वाहनों की संख्या बढ़ाई जा रही हैं। धान को सुरक्षित रुप से गोदामों में स्टेगिंग कर रखा गया है। अधिकांश केंद्रो पर शत प्रतिशत परिवहन सुनिश्चित किया गया है।

उपायुक्त सहकारिता श्री मिश्रा ने बताया कि बनखेड़ी के गायत्री वेयरहाउस से 1200 क्विंटल के विरुद्ध 1200 क्विंटल का उठाव किया जा चुका है। मालनवाडा वेयरहाउस में 3600 क्विंटल के विरुद्ध कंप्लीट 3600 क्विंटल, ग्राम सुरेलारणधीर स्थित केंद्र में 4100 क्विंटल के विरुद्ध 4100 क्विंटल, मंडी केंद्र पर शेष 4400 क्विंटल के विरुद्ध 2500 क्विंटल धान का परिवहन किया गया। इसी प्रकार सीताभोज वेयरहाउस में 4500 क्विंटल के विरुद्ध लगभग 3800 क्विंटल का सुरक्षित परिवहन किया गया हैं।  कामती ग्राम के केंद्र पर खरीदी गई अधिकांश धान का परिवहन  किया गया है। इन केंद्रों पर शेष बची लगभग 1200 क्विंटल धान का भी शीघ्र परिवहन पूर्ण कर लिया जाएगा।

कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने शनिवार को धान उपार्जन की समीक्षा कर खुले में रखी धान के परिवहन की जानकारी ली गई। उन्होंने उपार्जन संबंधी अधिकारियों को बनखेड़ी स्थित केंद्रों का निरीक्षण कर खुले में रखी धान का भी शीघ्र परिवहन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसे गोदाम जो फूल हो गए हैं उनके स्थान पर नजदीकी गोदामों को मैप कर वहां धान का भण्डारण कराएं। केंद्रों पर श्रमिकों वाहन, सिलाई मशीन आदि आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कर खरीदी गई धान का सुचारू रूप से परिवहन कराएं। उन्होंने खरीदी की तुलना में भुगतान की स्थिति की भी विस्तार से समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।

जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति जैन ने बताया कि जिले में अभी तक निर्धारित 65 उपार्जन केंद्रों में 12406 पंजीकृत किसानों से 138164 मेट्रिक टन धान की खरीदी किया जा चुका है। साथ ही 184.42 करोड़ का भुगतान किसानों को किया गया हैं।

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