हरदा। कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक में उपस्थित सभी एसडीएम व तहसीलदारों को निर्देश दिये कि अपने-अपने क्षेत्र में लंबित राजस्व प्रकरणों का निराकरण करें तथा राजस्व वसूली बढ़ाएं। उन्होने कहा कि अज्ञात वाहन दुर्घटना के मामलों की जानकारी संबंधित पुलिस थाने से लेकर जिला कार्यालय को भेजें ताकि उनके राहत प्रकरण तैयार कर पीड़ित परिवार की मदद की जा सके। उन्होने सभी एसडीएम से कहा कि मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण योजना के मामलों में कृषि कार्य के दौरान मृत्यु होने पर पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दी जाती हैं। ऐसे मामलों में तत्काल जानकारी कलेक्ट्रेट भिजवाएं ताकि पीड़ित परिवारों को इस योजना के तहत मदद दी जा सके। बैठक में संयुक्त कलेक्टर सतीश राय व श्री संजीव नागू के अलावा हरदा, टिमरनी और खिरकिया के एसडीएम एवं विभागों के जिला अधिकारी भी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी राजस्व अधिकारियों से कहा कि नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा संबंधी राजस्व प्रकरण निर्धारित समय सीमा में निराकृत करें। उन्होने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत अपने-अपने क्षेत्र में स्थित जल स्रोतों के आसपास से अतिक्रमण हटाएं। उन्होने कहा कि ग्रीष्म ऋतु में गिरते भूजल स्तर को ध्यान में रखते हुए ट्यूबवेल खनन पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। इसके बावजूद यदि कोई अवैध रूप से ट्यूबवेल खनन कराता पाया जाए, तो उसके विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि राजस्व अधिकारी आरसीएमएस पोर्टल पर अपनी आईडी तथा रीडर की आईडी पर लंबित राजस्व प्रकरणों की जानकारी प्रतिदिन स्वयं देखें और सुनिश्चित करें कि रीडर आईडी पर कोई भी मामला लंबित न रहें। कलेक्टर श्री जैन ने बैठक में निर्देश दिये कि मूंग फसल की कटाई के बाद शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिये विशेष अभियान प्रारम्भ किया जाये। उन्होने सभी एसडीएम व तहसीलदारों को निर्देश दिये कि रात्रि 10 बजे के बाद उनके क्षेत्र में कहीं भी ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग न हो, यह सुनिश्चित किया जाए।

