बैतूल। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बुधवार को सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग के सभा कक्ष में शौर्य दीदी एवं शौर्य दल के सदस्यों का ऑफलाइन प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस दौरान बाल अधिकार संरक्षण आयोग मध्य प्रदेश शासन के सदस्य श्री अनुराग पांडे ने मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। बाल अधिकार संरक्षक आयोग के सदस्य श्री पांडे ने प्रशिक्षण के दौरान शौर्य दीदियों को अपने शासकीय कर्तव्यों के साथ-साथ इस नई जिम्मेदारी को भी संवेदनशीलता से निभाने की अपील की। महिला एवं बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री गौतम अधिकारी ने बताया कि प्रशिक्षण के पूर्व बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्री पांडे द्वारा बैतूल बाजार क्षेत्र की दो आंगनबाड़ी केंद्रो का निरीक्षण किया गया।
ऊर्जा डेस्क की दी जानकारी
प्रशिक्षण के दौरान घोड़ाडोंगरी चौकी की एसआई सुश्री आम्रपाली द्वारा ऊर्जा डेस्क के बारे में सभी प्रशिक्षणार्थियों को जानकारी दी गई। इसके अलावा उन्होंने स्ट्रेस, डिप्रैशन, एंजायटी, सुसाइड की भावना, सेल्फ, हार्मोंस परिवर्तन, स्कूल की समस्याओं, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण पर जानकारी देकर जागरूक किया।
शौर्य दीदी के कॉन्सेप्ट से प्रशिक्षणार्थियों को कराया अवगत
प्रशिक्षण में वेबीनार के जरिए मध्य प्रदेश के माननीय उच्च न्यायालय के किशोर न्याय समिति रजिस्ट्रार श्री अनिल कुमार मलिक भी जुड़े और उन्होंने शौर्य दीदी के कॉन्सेप्ट से सभी प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया। प्रशिक्षणार्थियों को माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ ग्वालियर के न्यायाधीश आनंद पाठक ने वेबीनार के जरिए जुड़कर शौर्य दीदियों से आह्वान किया कि हर फाइल में एक लाइफ होती है अतः इसे इसी संवेदनशीलता से पीड़िता की मदद की जानी चाहिए। प्रशिक्षण में एनएफएसआई की मुख्य प्रशिक्षक डॉ.शुभम ठकराल कहा कि पीड़िता की मानसिक स्थिति को समझते हुए उसे प्यार व अपनत्व देकर उसका साथ देना चाहिए। इस अवसर पर जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर उषा सातनकर, साधना साहू, संगीता मालवीय ने विभिन्न विषयों पर जानकारी दी। पर्यवेक्षक अर्चना तिवारी द्वारा आभार व्यक्त किया गया।

