सी-विजिल एप से आयोग रखेगा आचार संहिता के उल्लंघन पर नजर

नागरिक आचार संहिता उल्लंघन के किन्ही भी मामलों की सी-विजिल एप से दे सकेंगे जानकारी

नर्मदापुरम। लोकसभा निर्वाचन 2024 में आचार संहिता के उल्लंघन की सी-विजिल एप के माध्यम से कोई भी नागरिक जानकारी दे सकेगा। जानकारी मिलते ही आयोग द्वारा उस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

      भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन 2024 में निर्वाचन संबंधी शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निराकरण के लिए सी-विजिल (CVIGIL) मोबाइल एप को तैयार किया गया है। इस एप के माध्यम से कोई भी नागरिक निर्वाचन में आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन संबंधी किसी भी घटना का फोटो-वीडियो तैयार कर अपनी शिकायत भेज सकता है। प्राप्त शिकायत की त्वरित जांच कर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। आचार संहिता 16 मार्च 2024 से लागू होते ही यह एप सक्रिय हो गया है एवं 100 मिनट के अंदर शिकायत का निराकरण किया जाएगा।

मोबाइल प्ले स्टोर पर जाकर डाउनलोड करना होगा सी-विजिल एप

      सी-विजिल एप का उपयोग करने के लिए किसी भी नागरिक को सबसे पहले अपने एंड्रायड मोबाइल के प्ले स्टोर या एप्पल मोबाइल के एप स्टोर पर जाकर डाउनलोड करना होगा। ऐप का उपयोग करने के लिए नागरिक एक फोटो खींचता है या 2 मिनट का वीडियो रिकॉर्ड बनाता है। भौगोलिक सूचना प्रणाली द्वारा ऑटोमेटिड लोकेशन मैपिंग के साथ ऐप पर फोटो/वीडियो अपलोड की जाती है। इसको सफलतापूर्वक प्रस्तुत करने के पश्चात्, नागरिक को उसके मोबाइल पर निम्नलिखित अनुवर्ती अपडेट को प्राप्त और ट्रैक करने के लिए एक विशेष आईडी प्राप्त होती है। इस प्रकार से, एक नागरिक कई घटनाओं की रिपोर्ट कर सकता है और बाद की अनुवर्ती अद्यतन जानकारी प्राप्त करने हेतु प्रत्येक रिपोर्ट के लिए एक विशिष्ट आईडी प्राप्त कर सकता है। ऐप उपभोगकर्ता के पास सी-विजिल ऐप के माध्यम से अज्ञात शिकायतें दर्ज करने का विकल्प है। उस स्थिति में, मोबाइल नम्बर तथा अन्य प्रोफाइल वितरण को सिस्टम पर नहीं भेजा जाता है। यद्यपि, अज्ञात शिकायतों के मामले में, उपयोगकर्ता को आगे की स्थिति के संदेश नहीं मिलेंगे क्योंकि सिस्टम फोन के विवरणों को कैप्चर नहीं करेगा। हालांकि, नागरिकों के पास संबंधित रिटर्निंग अधिकारी से व्यक्तिगत रूप से ऐसी शिकायतों पर आगे की कार्रवाई जानने का विकल्प है।

ऐसे कार्य करेगा एप:

      सी-विजिल एप के माध्यम से शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत सर्वप्रथम जिला शिकायत कंट्रोलर (डीसीसी) के पास जाएगी। इसके बाद जिला शिकायत कंट्रोलर द्वारा यह शिकायत प्रारंभिक जांच उपरांत सही होने पर एफएसटी (फ्लांईंग स्क्वॉड टीम) के पास भेजी जाएगी। जांच टीम द्वारा शिकायत की जांच कर कार्रवाई करने के उपरांत यथा-स्थिति का प्रतिवेदन निराकरण अधिकारी को भेजा जाएगा। रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जांच प्रतिवेदन के आधार पर आवश्यक दिशा-निर्देश का प्रतिवेदन संबंधित जांच टीम एफएसटी एवं जिला शिकायत कंट्रोलर को प्राप्त होगा।

एप की विशेषताएं

• चित्र, ऑडियो और वीडियो साक्ष्य

• GIS आधारित ऑटो ट्रैकिंग

• त्वरित Response प्रणाली

• की गई कार्रवाई के बारे में Feedback प्राप्त करें

• तीव्र एवं सटीक रिपोर्टिंग

• एमसीसी उल्लंघन की लाइव रिपोर्ट

• पहले से रिकॉर्ड की गई छवियों और वीडियो की अनुमति नहीं देता।

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