बैतूल। प्रदेश सरकार इस वर्ष लोकमाता अहिल्याबाई की 300वीं जयंती मनाने जा रही है। वहीं विभिन्न योजनाओं के माध्यम से मध्य प्रदेश शासन द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। शासन की इन्हीं योजनाओं में से एक पाली हाउस योजना का लाभ उठाकर आठनेर तहसील के ग्राम गुनखेड़ की महिला कृषक श्रीमती कंचन कनाठे ने अपने जीवन में उल्लेखनीय बदलाव किया है। पहले पारंपरिक खेती पर निर्भर रहने वाली श्रीमती कंचन ने जब उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया तब उन्हें फूलों और सब्जियों की उन्नत खेती का सुझाव मिला। इसके बाद उन्होंने पाली हाउस स्थापित कर सब्जी, गेंदा की खेती शुरू की। महिला कृषक श्रीमती कंचन ने बताया कि शुरुआत में थोड़ी हिचकिचाहट थी, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण और योजनाओं की पूरी जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने पूरी लगन से फूल उत्पादन शुरू किया। आज उनके खेतों में रंग-बिरंगे फूल लहलहा रहे हैं, जिन्हें वे भोपाल, नागपुर, पुणे सहित अन्य बड़े शहरों में भेज रही हैं। पहले जहां खेती से सीमित आमदनी होती थी, अब वह लाखों रुपये की कमाई कर रही हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अपने पाली हाउस में अन्य ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को भी रोजगार दिया है। श्रीमती कंचन ने बताया कि सरकार की पाली हाउस योजना और उद्यानिकी विभाग के सहयोग से उनकी जिंदगी ही बदल गई है। जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार व्यक्त किया है।

