बैतूल। केन्द्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्री दुर्गादास उइके ने हाल ही में केन्द्रीय वन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात कर अपने संसदीय क्षेत्र बैतूल की विभिन्न पर्यावरणीय एवं जनजातीय विकास से जुड़ी योजनाओं पर चर्चा की। इस दौरान नगर वन प्रस्तावों एवं ताप्ती कंजर्वेशन रिजर्व सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर तत्काल निर्णय लिए गए।
श्री उइके ने बताया कि बैतूल एक आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। क्षेत्र की विशेष सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए इसके समुचित विकास के लिए विशेष प्रयास आवश्यक हैं। उन्होंने मुलताई, चिचोली और बैतूल में नगर वन की स्थापना से जुड़े लंबित प्रस्तावों की शीघ्र स्वीकृति की मांग की। जिस पर वन मंत्री श्री यादव ने इन प्रस्तावों को त्वरित मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके अलावा ताप्ती कंजर्वेशन रिजर्व के लिए केंद्र सरकार से अतिरिक्त निधि उपलब्ध कराने का अनुरोध भी किया गया, जिस पर सहमति जताते हुए श्री यादव ने परियोजना को पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया।
श्री उइके ने आदिवासी समुदाय के लिए कौशल विकास केंद्रों की स्थापना और वनग्रामों को “मॉडल गांव” के रूप में विकसित करने की भी मांग रखी। उन्होंने वन विभाग को नोडल एजेंसी नियुक्त कर इन ग्रामों के विकास को गति देने का सुझाव दिया। वन मंत्री श्री यादव ने इन सभी विषयों पर शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इस मुलाकात से बैतूल क्षेत्र में विकास के नए द्वार खुलने की उम्मीद जताई जा रही है।
