महाशिवरात्रि मेला 2025: पचमढ़ी में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, प्रशासन ने की चाक चौबंद व्यवस्था

नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले के प्रसिद्ध हिल स्टेशन पचमढ़ी में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आयोजित होने वाले महाशिवरात्रि मेले के पहले दिन श्रद्धालुओं का तांता लग गया। पचमढ़ी में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला आज से शुरू हुआ और अनुमानित 500 से 600 वाहनों के साथ श्रद्धालु महाशिवरात्रि मेले में भाग लेने के लिए पहुंचे।

प्रशासन ने मेले के आयोजन को लेकर विशेष तैयारियां की हैं। स्वच्छता, परिवहन, स्वास्थ्य और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्थाऐं की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। प्रशासन की ओर से पूरी मेला अवधि में व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।

पहले दिन अनुमानित 10 हजार श्रद्धालुओं ने किए भगवान भोलेनाथ के दर्शन

पहले दिन लगभग 10,000 श्रद्धालुओं ने पचमढ़ी पहुंचकर भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए। यह संख्या आने वाले दिनों में और बढ़ने की संभावना है। मेले में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह देखने योग्य था।

बेहतरीन रही यातायात व्यवस्थाअस्थाई बस स्टैंड पर खड़े हुए वाहन

यातायात की व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए आरटीओ विभाग ने कार्ययोजना अनुसार वाहनों का आवागमन बहुत व्यवस्थित रूप से करवाया। अस्थाई बस स्टैंड पर सभी वाहन खड़े किए गए हैं, जिससे यातायात में कोई अवरोध नहीं हुआ और श्रद्धालुओं को आसानी से मेला स्थल तक पहुंच सके।

अपर कलेक्टर ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा

मेले के पहले दिन की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए अपर कलेक्टर डी के सिंह भी पचमढ़ी पहुंचे। उन्होंने मौके पर जाकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए, ताकि श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा मिल सके। जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि हर पहलू पर ध्यान दिया जाए, ताकि मेले का आयोजन सफलतापूर्वक और सुरक्षित रूप से हो सके।

महाशिवरात्रि मेला: 17 फरवरी से 26 फरवरी तक चलेगा

महाशिवरात्रि मेला 17 फरवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। इस अवधि में पचमढ़ी में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का ध्यान रखा जाएगा। प्रशासन ने सभी प्रकार की सुरक्षा, सफाई, स्वास्थ्य सेवाओं, और यातायात के लिए उचित प्रबंध किए हैं ताकि मेले में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

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