बैतूल । कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र बैतूल के विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन 1726 दर्ज छात्र-छात्राओं में से 1536 छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रविकांत उइके ने बताया कि यह परीक्षण कार्ययोजना बनाकर 1 फरवरी 2025 से 5 मार्च 2025 के मध्य किया गया। परीक्षण में कुल 22 छात्रावास सम्मिलित रहे जिसमें 4 महाविद्यालयीन एवं 18 विद्यालयीन छात्रावास थे।
शासकीय आदिवासी महाविद्यालयीन अजा बालक छात्रावास, महाविद्यालयीन अजा कन्या छात्रावास, महाविद्यालयीन कन्या छात्रावास, आदिवासी महाविद्यालयीन बालक छात्रावास, आदिवासी सीनियर शास.कर्म.बा. छात्रावास, आदिवासी सीनियर कन्या छात्रावास लाड़ो (आईटीआई), सीनियर अजा कन्या छात्रावास क्रमांक 3 लाड़ो (आईटीआई), आदिवासी कन्या क्रीड़ा परिसर, आदिवासी अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक बालक आश्रम शाला, शासकीय आदिवासी जिला स्तरीय उत्कृष्ट सीनियर कन्या छात्रावास, आदिवासी सीनियर कन्या छात्रावास, आदिवासी सीनियर शासकीय कर्म. क. छात्रावास, सीनियर अजा कन्या छात्रावास क्रमांक 1, सीनियर अजा कन्या छात्रावास क्रमांक 2, आदिवासी सीनियर बालक उत्कृष्ट छात्रावास, आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास, सीनियर अजा बालक छात्रावास, नेताजी सुभाषचन्द्र बोस बालक छात्रावास, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बालिका छात्रावास, निशक्त बालिका छात्रावास में छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 21 छात्रावासों में 1536 छात्र-छात्राओं का परीक्षण किया गया जिनमें से 68 बच्चे सिकलसेल पॉजिटिव दर्ज किये गये। इन बच्चों का एचपीएलसी टेस्ट किया गया एवं जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। एनीमिया में 23 बच्चे सीवियर, 108 बच्चे माइल्ड एवं 114 बच्चे मोडरेट एनीमिक पाये गये। माइल्ड मोडरेट एनीमिक बच्चों को आईएफए टेबलेट दी गई एवं सीवियर बच्चों को जिला चिकित्सालय रैफर किया गया। इन बच्चों में स्किन कंडीशन 13, डेंटल कंडीशन 56, सर्दी, खांसी, बुखार 50 बच्चों में एवं 5 बच्चों में विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स की कमी पाई गई। निःशक्त बालिका छात्रावास में दर्ज 39 बच्चों में दृष्टि दोष, श्रवण बाधिता, बौद्धिक अक्षमता एवं बहु विकलांगता पायी गई। कुल 500 बच्चों का एक्स-रे कराया गया।
स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों में आयुष मेडिकल ऑफीसर डॉ शादमा खान, नर्सिग ऑफीसर श्रीमती दिव्या द्धिवेदी, श्रीमती रत्नमाला देशमुख, श्रीमती शिखा पंवार, श्रीमती रमा देशमुख, श्रीमती अनुसुइया चौरिया, श्रीमती निशिता ऑगस्टिन, श्रीमती नीलिमा सुने, श्रीमती कविता खपरिया, श्रीमती श्रुति वरूण, श्रीमती वैशाली आहके, श्रीमती रोशनी पाठेकर, श्रीमती नेहा राठौर एएनएम श्रीमती प्रतिभा ठाकुर, श्रीमती नीतू सिसोदिया, फार्मासिस्ट शिवराम बोरवन एवं सपोर्टिंग स्टाफ हीरालाल बडोले द्वारा क्रमशः सेवाऐं दी गईं। एपीएम प्रकाश माकोड़े का समन्वय रहा।

