नर्मदापुरम।भारत की संस्कृति सदियों से महिला प्रधान रही है। “यत्र नार्यस्तु पूज्यंते तत्र रमंते देवता” जैसी सूक्तियां इस बात को प्रमाणित करती हैं कि जहाँ नारी का सम्मान होता है, वहाँ देवता का निवास होता है। इसी सांस्कृतिक मूल्यों को आत्मसात करता हुआ मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग का नवाचार—’होटल अमलतास’, महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।
गत वर्ष 06 दिसंबर 2024 में प्रारंभ की गई अमलतास होटल का पूरा स्टाफ महिला हैं। मप्र पर्यटन विभाग के इस नवाचार के चलते महिलाओं के प्रति लोगों की अवधारणाएं भी बदल रही है। इस होटल में महिला गार्ड से लेकर, कुक, गार्डनर, शेफ, चौकीदारी, मैनेजर सहित अन्य 22 महिला काम करती है। यह होटल न केवल महिलाओं को रोजगार प्रदान कर रहा है, बल्कि एक सुरक्षित और आत्मनिर्भर वातावरण भी उपलब्ध करा रहा है जहाँ महिलाएं नेतृत्व कर रही हैं।
घर जैसी अनुभूति, कार्य में आत्मविश्वास
अमलतास होटल की मैनेजर ज्योति जयसवाल कहना है कि “जिस तरीके से महिलाएं घर को संभालती हैं, उसी तरह हम लोगों ने होटल को सजा सवारकर और सुंदर बनाकर रखा है. जिससे कोई भी पर्यटक यहां आए तो वह खुश होकर जाए। इस होटल को पूरी तरह से महिलाएं चला रही हैं.। पर्यटकों को घर की तरह ही सारी सुविधाएं दी जाती है।
वेटर सुनीता शर्मा बताती है कि “हमें यहां घर जैसा माहौल लगता है. सभी पर्यटकों को भी घर जैसा खाना मिलता है. उन्हें भी यहां घर जैसा ही फील होता है.ओर हमे भी कार्य करने में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नही आती”।
अमलतास होटल की शेफ कुंती ने बताया कि “यह होटल प्योर वेज होटल है। यहां साउथ इंडियन खाना भी मिलता है। टूरिस्ट भी हमारे खाने की तारीफ करते हैं। यहां की खास डिस बड़ा सांभर, इडली और डोसा है।
रोजगार का सशक्त माध्यम
होटल की रिसेप्शनिस्ट आलिया फातिमा बताती है कि “मध्य प्रदेश टूरिज्म ने महिलाओं के लिए ये एक बहुत अच्छी पहल की है. इससे हमें बहुत खुशी है। कई महिलाएं घरों से निकल नहीं पाती है लेकिन हम लोगों को यहां काम करने का मौका मिला है. हमारे लिए रोजगार का ये एक अच्छा अवसर है। जिससे हमारे घरों की स्तिथियों परिस्थितियों में सुधार आया है
आत्मविश्वास उत्पन्न करता कार्य, सुरक्षा और सुविधा का समन्वय
अमलतास होटल की गार्ड सरिता चौधरी बताती है कि “मैं होटल अमलतास में सितंबर से काम कर रही हूं। रात की ड्यूटी पर यहां रहती हूं।अभी तक किसी को कोई दिक्कत नहीं हुई है। जो भी गेस्ट आते हैं उनकी जरूरतें के समान हम उपलब्ध कराते हैं। रात में हमे कोई परेशानी नहीं होती है।”
मातृप्रधान संस्कृति की जीवंत झलक होटल अमलतास” प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के विचार
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष 06 दिसंबर को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सतपुड़ा की गोद में महिला शक्ति को समर्पित इस अनूठे प्रयास के लिए प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने रिमोट का बटन दबाकर होटल अमलतास के संचालन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने होटल अमलतास में संचालन के लिए कार्यरत सभी महिलाओं से परिचय भी प्राप्त किया था। सिक्योरिटी गार्ड माला चौधरी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का महिलाओं को प्रशिक्षण और रोजगार देने की पहल का धन्यवाद दिया। शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा था कि होटल अमलतास का संचालन सिर्फ महिलाओं द्वारा किया जाना मध्यप्रदेश के लिए गौरव का विषय है। यह प्रयास महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में हमारे संकल्प को प्रदर्शित करता है। इस पहल से अन्य राज्य भी प्रेरणा लेंगे। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बताया कि हमारे देश की संस्कृति महिला प्रधान संस्कृति है। हमारे नक्षत्र मंडल और सौर मंडल में भी माता को प्रधानता दी गई हैं। सभी ग्रह पुरुष प्रधान है लेकिन वसुंधरा यानि धरती माता प्रधान है। हम धरती को मां मानकर प्रणाम करते है और आशीर्वाद लेते है। वैसे ही समाज में भी परिवार की धूरी हमारी माता और बहने है। विश्व में 200 से अधिक देश है लेकिन भारत देश को मां का स्थान दिया गया है। भारत माता बोलते ही जय का उद्घोष स्वतः ही आ जाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्घाटन के दौरान उपस्थित नागरिकों को संबोधित क्रेते हुए बताया था कि हमारी मातृ संस्कृति और परंपरा देवी और देवताओं के स्मरण करने में भी झलकती है। माता के बिना किसी भी देवता को याद करना अधूरा माना जाता है जैसे सीता राम, राधा कृष्ण। माता का नाम पहले और देवता का नाम बाद में पुकारा जाता है।
प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला के विचार
प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में यह नवाचार किया गया है।
पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है होटल ‘अमलतास‘
अमलतास होटल में महिलाओं का स्टाफ होने के चलते महिला पर्यटक की संख्या भी इस होटल में बढ़ी है। महिला पर्यटक यहां सुरक्षित एवं स्वतंत्र महसूस करती हैं। उन्हें यहां घर जैसा खाना और घर जैसी सुविधाएं मिलती हैं। जिससे महिला पर्यटकों की पहली पसंद होटल अमलतास बन गई है। पर्यटकों का कहना है कि इस प्रकार का नवाचार अन्य राज्यों को भी करना चाहिए, ताकि महिलाओं को बढ़ावा मिल सके और वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें।
महिलाओं के लिए सुरक्षित स्टे
अमलतास होटल पहुंची मुंबई की पर्यटक सोनाली बताती है कि “यहां पर आकर हमें बहुत अच्छा लगा कि पूरे होटल को महिलाएं मैनेज कर रही हैं। महिलाओं को बढ़ावा मिलना बहुत जरूरी है। एमपी टूरिज्म ने बहुत अच्छा उदाहरण पेश किया है। महिला पर्यटकों की सेफ्टी के हिसाब से बहुत अच्छा रहता है, क्योंकि यहां पूरा स्टाफ महिलाएं हैं। महिला पर्यटक यहां स्टे कर पूरी तरह से सुरक्षित ओर स्वतंत्र महसूस कर सकती हैं।” “हिल स्टेशन पचमढ़ी पर यह ऐसा होटल है, जहां पूरा स्टाफ महिलाओं का है। यह मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड का एक नवाचार है। यहां पर 22 महिला कर्मचारियों का स्टाफ है, जो हर समय महिला पर्यटकों को लेकर कार्य करता है।”साथ ही यह पर महिला जिप्सी ड्राइवर भी है जो कि पर्यटन स्थलों की सैर कराती है एवं महिला गाइड उनको पर्यटन स्थलों की जानकारी उपलब्ध कराती है।
होटल अमलतास एक ऐसी प्रेरणादायक मिसाल है जो न केवल नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है, बल्कि समाज की सोच को भी बदलने का कार्य कर रही है। इस पहल से यह सिद्ध होता है कि महिलाएं केवल समर्थ नहीं, बल्कि नेतृत्व में भी सक्षम हैं। होटल अमलतास महिला सशक्तिकरण का एक ऐसा मंच है जो सांस्कृतिक मूल्यों, सामाजिक सुरक्षा, आर्थिक आत्मनिर्भरता और प्रशासनिक सहयोग का समन्वय प्रस्तुत करता है।

